BJP के बाद भगवान राम की शरण में कांग्रेस, रामनवमी और हनुमान जयंती पर होंगे ये खास आयोजन, जानिए कैसे सॉफ्ट हिंदुत्व की तरफ बढ़ी कांग्रेस
मध्यप्रदेश में आगामी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों अपनी तैयारी में जुट गई हैं। इसी बीच अब कांग्रेसी भगवान राम की शरण में आ चुकी है जिससे कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर नजर आ रहा है। ऐसे में 10 अप्रैल को मनाई जाने वाली रामनवमी के पर्व पर कांग्रेस के दिग्गज नेता भक्ति में डूबे नजर आएंगे ।कांग्रेस ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम सबसे आगे है। कमलनाथ छिंदवाड़ा जिले में हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करेंगे। वहीं जनता को लुभाने के लिए रामनवमी पर कमलनाथ की तरफ से खास शुभकामनाएं संदेश जारी करने की तैयारी भी जोरों से चल रही है।
श्रीरामनवमी और हनुमान जयंती पर होंगे आयोजन
दरअसल देशभर में 10 अप्रैल को श्री राम नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसी बीच अब कांग्रेस भगवान की भक्ति में डूबी नजर आएगी। यानी कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता को लुभाने के लिए अब कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति अपनाने के लिए मैदान संभालने की तैयारी में है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी कांग्रेसी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हनुमान जयंती को भव्य तरीके से मनाने के लिए लेटर भेजकर जानकारी दी है। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के द्वारा राम कथा वाचन के साथ ही रामलीला जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।
कांग्रेस कमेटी ने तैयारियों के लिए लिख पत्र
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष, जिला ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष व विधायकों, पूर्व विधानसभा व लोकसभा प्रत्याशियों जिला प्रभारियों मोर्चा संगठन और विभाग प्रमुखों को इसको लेकर एक पत्र जारी कर दिया है जिसमें रामनवमी और हनुमान जयंती को लेकर कार्यक्रमों की तैयारियां शुरू करने की बात कही है। कांग्रेस का मकसद इस बार जनता को वोट के लिए लुभाना माना जा रहा है।
बता दें कि कमलनाथ दल को ओरछा में मिशन 2023 का मंत्र देंगे इसके साथ ही पार्टी 6-7 अप्रैल को वर्षा में कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण देगी और विधायकों मिशन 2023 के लिए ट्रेनिंग के देकर तैयार करेगी। वहीं प्रदेश में भगवान श्री राम के नाम पर जनता को रिझाने की कवायद लंबे समय से चल रही है ।यूपी में योगी सरकार बनने के बाद अब मध्यप्रदेश में भी इसी फार्मूले को पर काम किया जा रहा है। बीजेपी कि राम व्यक्ति को देखते हुए अब कांग्रेस भी भगवान राम के नाम का सहारा लेते हुए नजर आ रही है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि आगामी समय में भगवान राम के नाम पर कांग्रेस को वोट बैंक में कितना फायदा होता हे।