शिवराज सरकार का बड़ा फैसला, इन नियमों के साथ 1 फरवरी से खुलेंगे स्कूल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 फरवरी से स्कूल खोलने के संबंध में फैसला लिया है। प्रदेशभर में 1 फरवरी यानी मंगलवार को 1 से 12वीं तक के स्कूलों को खोल दिया जायेगा। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महामारी के बढ़ते आंकड़ों के चलते स्कूलों को बंद कर दिया था, लेकिन सोमवार को आपात बैठक में स्कूलों को खोलने के निर्देश दिए है। मंगलवार से सभी स्कूल गाइड लाइन के अनुसार खोले जायेंगे जिसमें 50 प्रतिशत बच्चों को स्कूल बुलाया जायेगा।

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बता दें कि सोमवार को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बंगले पर स्कूलों को खोलने को लेकर आपात बैठक बुलाई थी। जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी अधिकारियों से चर्चा की गई थी। इस दौरान अधिकारियों के साथ चर्चा में स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लिया गया। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री ने भी स्कूल खोलने को लेकर 2 दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था जिसमें उन्होंने विशेषज्ञों की राय लेने के बाद ये फैसला लिया है।

महामारी की वजह से बंद थे ये स्कूल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महामारी के बढ़ते आंकड़ों के बाद 1 से 12वीं तक के स्कूलों को 15 से 31 जनवरी तक बंद करने के आदेश दिए थे। वहीं स्कूल बंद होने के बाद प्राइवेट स्कूल के संचालकों के द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, लेकिन इस मुख्यमंत्री ने इसमें विशेषज्ञों की राय के बाद ही स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है।

50 प्रशित की क्षमता के साथ खुले स्कूल

बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में निर्णय लेते हुए 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ 1 से 12वीं तक के स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। मंगलवार से प्रदेशभर के स्कूलों में 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ क्लास लगेगी। इसके साथ ही बच्चों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य किया है। इसमें बच्चों को मास्क लगाना भी अनिवार्य किया है।

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मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल खोलने के संबंध में बड़ा फैसला लिया है। अब प्रदेश में 1 फरवरी से स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं। सीएम शिवराज ने चिकित्सा विशेषज्ञों से विचार विमर्श किया। इसके बाद निर्णय लिया गया कि 1 फरवरी से स्कूल पुनः खोले जाएंगे। कक्षा 01 से 12 तक सभी कक्षाएं 50 प्रतिशत उपस्थित के साथ संचालित होंगी। आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जा सकेंगे।