मध्यप्रदेश के इस नेशनल पार्क में सुनाई देगी चीते की दहाड़, 75 साल बाद देंगे दस्तक, जल्दी ही नामीबिया से भारत आएंगे ये 8 चीतें

मध्य प्रदेश को पहले से ही टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है, लेकिन अब इसी प्रदेश में जल्दी ही टाइगर के साथ ही चीतों की दहाड़ भी सुनाई देगी। दरअसल मध्यप्रदेश में अफ्रीकी देश नामीबिया से लाने की तैयारी की जा रही है, जिन्हें श्योपुर के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में बसाया जाएगा। इसको लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी दी है। अगर ऐसा होता है तो मध्यप्रदेश में अब चीतों की दहाड़ भी सुनाई देगी।

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कूनो पालपुर में सुनाई देगी चीतों की दहाड़

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नामीबिया से अब चीतों को लेकर आने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च-अप्रैल में चीते भारत लाए जाएंगे। जिसके बाद उन्हें शिवपुर जिले के कूनो पालपुर अफ्रीकी चीतों के बसने वाला देश भर का पहला स्थान बन जाएगा और यहां पर चीतों की दहाड़ लोगों को सुनाई देगी ।बता दें कि मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है, लेकिन अब यहां पर चीतों को भी लाया जा रहा है।

अगस्त में भारत आयेंगे 8 चीतें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा मध्य प्रदेश अपने शेरों की दहाड़ के लिए जाना जाता है। अब दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले चीतों के लिए भी जाना जाएगा। मुझे खुशी इस बात की है कि अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीतें स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त से पहले मध्यप्रदेश की धरती पर आ जाएंगे और इनकी दहाड़ लोगों को सुनाई देगी। इनकी रफ्तार काफी है। ऐसे में प्रदेश की पहचान और बधाई शुभकामनाएं प्रेषित की है।

रखरखाव पर 75 करोड़ रुपए होंगे खर्च

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अफ्रीकी देश नामीबिया और मध्य प्रदेश के बीच करार हो चुका है। मध्यप्रदेश में चीते विलुप्त हो चुके हैं कई जगह इनकी प्रजातियां नहीं मिल पा रही है। ऐसे में अब मध्य प्रदेश को 8 सीटें मिलने जा रहे हैं। कूनो नेशनल पार्क में इन्हें रखा जाएगा चीतों को लाने की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। सभी चार्टर्ड प्लेन से लाने की तैयारी की जा रही है। सबसे पहले इन चीतों को ग्वालियर में लेकर आएंगे। इसके बाद सड़क मार्ग से कुनो राष्ट्रीय पार्क ले जाया जाएगा। बताया जा रहा है कि 5 साल तक इनके रखरखाव पर 75 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
जानिए इसी जगह को क्यों चुना

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिवपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क करीब 250 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है ।इसीलिए इस पार्क में चीजों को रखने के लिए अनुकूल माना गया है। हर चीते को 10 से 20 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चाहिए इसीलिए इस स्थान को चुना गया है। वहीं जंगल भी घना है और अफ्रीकी चीतों के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसे में कूनों में भी चीतों को रखा जायेगा।

केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने अफ्रीकी चीतों को भारत लाने की तैयारी पूरी कर ली है। उम्मीद जताई जा रही है कि 3 से 4 महीने में ही कूनो पालपुर में अफ्रीकन सीटों की चहल-पहल सुनाई देगी। इसके बाद कूनो पालपुर अफ्रीकी चीतों के बसने वाला देश का पहला स्थान बन जाएगा। हालांकी सबसे अच्छी बात यह है कि जहां एक और चीतों की प्रजातियां विलुप्त होती जा रही है। वहीं अब मध्य प्रदेश को इन 8 चीते मिले हैं इससे बड़ी खुशी की बात नहीं है।