मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ग्वालियर को दी बड़ी सौगात, MP के पहले ड्रोन स्कूल का किया उद्घाटन, इन्हें मिलेगा लाभ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर जिले को शुक्रवार को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के पहले ड्रोन स्कूल का उद्घाटन किया है। इस दौरान केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ड्रोन स्कूल का उद्घाटन करने से यहां कई रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे, क्योंकि इस समय ड्रोन का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है। भारत को भी ड्रोन का हब बनाने के लिए केंद्र के मोदी सरकार के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है जिससे आगामी समय में स्टोन स्कूल से काफी फायदा होने वाला है।
इस जगह खुला ड्रोन स्कूल
दरअसल केंद्र के मोदी सरकार द्वारा भारत को ड्रोन का हब बनाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। बीते दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ड्रोन को हरी झंडी दिखाई थी। वहीं भविष्य में ड्रोन तकनीक का भविष्य की तकनीक मांगा जा रहा है जिस रोजमर्रा के विभिन्न कामकाज ड्रोन के माध्यम से ही किए जाएंगे। यहीं वजह है कि सरकार के द्वारा अब ड्रोन पर खासा फोकस किया जा रहा है। इसी बीच अब ग्वालियर जिले में प्रदेश का पहला ड्रोन स्कूल खुला है जिससे रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।
10 हजार से ज्यादा नई नौकरियां होगी उपलब्ध
पीआईबी की रिपोर्ट की मानें तो आगामी 3 साल में भारत में ड्रोन इंडस्ट्री में 5000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। जिसमें करीब 10,000 नई नौकरियां निकलकर आएगी। इस इंडस्ट्री में ड्रोन पायलट नौकरी प्रमुख मानी जा रही है। ड्रोन की नौकरी के लिए प्रशिक्षित पढ़ा लिखा व्यक्ति चाहिए। वहीं इसमें ड्रोन पायलट ट्रेनर की भी जरूरत होगी जो ड्रोन पायलट को प्रशिक्षण देगा। इसके साथ ही प्रशिक्षण और सर्टिफिकेशन की जरूरत पड़ेगी जिसमें ड्रोन पायलट ट्रेनर की अहम भूमिका मानी जाएगी।
इसके साथ ही इसमें पेपर ड्रोन, सॉफ्टवेयर डेवलपर, ड्रोन प्रोडक्शन लाइन स्टाफ, ड्रोन असेंबली समेत कई लोगों की जरूरत ड्रोन इंडस्ट्री में पड़ेगी। इसके साथ ही कई अन्य छोटी-मोटी नौकरी अभी ड्रोन इंडस्ट्री में मिलेगी। शिवराज सरकार ने इसके लिए अभी से ही आगे कदम बढ़ा दिए हैं और आगे भविष्य में इससे काफी फायदा मिलेगा।