मध्यप्रदेश में आस्था पर भारी पड़ा अंधविश्वास, 2 साल की मासूम का किया ये हस्ल, देखें तस्वीरें

मध्यप्रदेश में आस्था पर अंधविश्वास भारी है यहां सरकार और समाजसेवियों के द्वारा कई तरह के कैंपेन चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों में अंधविश्वास कम होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे ही एक खबर सोमवार को छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र के कुर्राहा गांव से आई है जहां आस्था पर अंधविश्वास भारी पड़ गया और एक 2 साल की मासूम बच्ची को किसी के कहने पर चूड़ियों से दाग दिया जिसके बाद बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और इसकी तहकीकात कर रही है।

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मध्यप्रदेश में यह पहला मामला नहीं है आस्था पर अंधविश्वास भारी होते कई मामले सामने आए हैं। इससे पहले भी कई लोगों की इसमें जान तक चली गई है कम पढ़े लिखे लोगों की तादाद बढ़ जाने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी कई घटनाएं होती है। जिसकी वजह से वहां ऐसी घटना को अंजाम दे बैठते हैं। लोगों की आंखों पर पड़ा अंधविश्वास का पर्दा हटाने के लिए सरकार और सामाजिक संस्थाओं के द्वारा कई तरह के कैंपेन और जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें जागरूक करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी आज भी लोग अंधविश्वास में डूबे हुए है।

पेट दर्द की शिकायत में चूड़ियों से दागा

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले यह हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कुर्राहा गांव में 2 साल की मासूम चांदनी का पेट की शिकायत हुई इसके बाद परेशान परिजनों को किसी ने चूड़ी से दागने की सलाह दी और कहा कि इससे हमेशा के लिए पेट का दर्द चला जाएगा, लेकिन उन भोले भाले परिजनों को क्या पता था कि उनकी बेटी की हालत इतनी खराब हो जाएगी। लोगों से मिली सलाह के बाद उन्होंने 2 साल की मासूम की बच्ची के पेट पर चूड़ियों से दादा जब बच्ची की हालत ज्यादा खराब हो गई तो परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर दौड़े जहां डाक्टरों ने गंभीर हालत में उसका इलाज शुरू किया।

बच्ची की हालत देख दंग रह गए डॉक्टर

वही परिजन जब बच्ची को लेकर अस्पताल में पहुंचे तो डॉक्टर भी उसके घाव को देखकर हैरान रह गए। डॉक्टरों ने तत्काल पुलिस को सूचना कर दी सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस परिजनों से पूछताछ में जुड़ गई। इसके बाद परिजनों ने पूछताछ चूड़ी दागने की बात स्वीकार कर ली। उन्होंने बताया कि समाज में चल चली आ रही अंधविश्वास की प्रथा के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है। इसके बाद पुलिस ने परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की बात कर रही है।

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बच्ची का इलाज जारी

वहीं आस्था पर अंधविश्वास भारी पड़ रहा है। इस खेल में परिजनों पर किसी भी तरह का असर नहीं पड़ा । सरकार की तरफ से कई कैंपेन चला कर उन्हें जागरूक किया जा रहा था, लेकिन इससे भी अनभिज्ञ परिजनों ने इस तरह की घटना को अंजाम दे बैठे थे। फिलहाल बच्ची का इलाज अस्पताल में जारी है और उसकी स्थिति भी स्थिर बनी हुई है वहीं इस मामले में पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने की बात कर रही है।