OLA ने लांच के 8 महीने बाद बंद कर दिया ये कारोबार, कम खर्च में लोगों को कराते थे कार की सवारी, ये है बड़ी वजह

भारत में कई ऑटोमोबाइल कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक वाहन लांच करने में लगी है ।लोगों की मांग के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक बाहर निकाले जा रहे हैं। कुछ ही वक्त में देखे तो बाजार में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों ने अपनी पकड़ और मजबूत बना ली है। ऐसे में ओला कंपनी भी पीछे नहीं रही है और अब सेकंड हैंड कार बाजार से अपने हाथ समेट लिए हैं और इस बिजनेस को अलविदा कह दिया है। 8 महीने के अंदर ही कंपनी ने पुरानी कार का बिजनेस बंद कर दिया ।है बता दें कि ओला कम खर्च में लोगों को सफर कर आता था, लेकिन अब नए सेगमेंट आने की वजह से लोगों को इसका किराया भी महंगा पड़ेगा।

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ओला ने इस सर्विस को कर दिया बंद

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कैब सर्विस प्रदाता कंपनी ऑल आने इलेक्ट्रॉनिक टू व्हीलर प्रेग्नेंट में एंट्री करने के साथ ही इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी मॉडलों को लांच करने की घोषणा की थी ।ओला कंपनी का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अपनी पकड़ को बेहतर और मजबूत बनाने के लिए इन पर अधिक फोकस कर रही है। ऐसे में अब ओला कंपनी है सेकंड हैंड कार बाजार से अपने हाथ खींच लिए। एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी नहीं है फैसला इलेक्ट्रॉनिक बहन कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लिया है। इसके अलावा ओला कंपनी ने अपने क्विक आर्म कॉमर्स ओला डेश को भी बंद कर दिया गया है।

अक्टूबर में ओला ने लांच किया था ये प्लेटफार्म

इस कंपनी के एक प्रवक्ता ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि कंपनियों व अपने प्राथमिकताओं का पूर्ण मूल्यांकन करते हुए ओला डेश बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है। उनका कहना है कि ओला कार्स के इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीक का इस्तेमाल अब ओला इलेक्ट्रिक सेल्स और सर्विस नेटवर्क को विस्तार देने के लिए उपयोग किया जाएगा। पिछले साल अक्टूबर महीने में ओला ने यूज्ड कार प्लेटफार्म को लांच किया था जिसमें सरदेशमुख को अपना मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने पिछले महीने ही कंपनी छोड़ दी। 5 शहरों में अपना ऑपरेशन भी बंद कर दिया था। ओला का यह यूज्ड कार प्लेटफार्म बाजार में ओएलएक्स ड्रम और cars24 जैसी कंपनियों के प्रतिनिधि के तौर पर शुरू किया था। हालांकि इस का सफर बहुत ही छोटा रहा था।

दरअसल ओला कंपनी की योजना के बारे में बात करें तो 300 सेंटर्स के साथ 100 शहरों में विस्तार करना था। यूज्ड कार बिजनेस में 10,000 से अधिक लोगों को काम पर रखने की योजना बनाई गई। हालांकि अब इस बिजनेस को बंद कर दिया गया है। ऐसे में इन कर्मचारियों को इलेक्ट्रॉनिक सेगमेंट में शामिल कर सकते हैं। हालांकि अभी तक कंपनी की तरफ से किसी भी तरह की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है ।भारत की बात करें तो यहां पर सेकंड हैंड कार तेजी से बढ़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार यूज्ड कार बिजनेस ने नई कारों की बिक्री के मुकाबले काफी तेजी से ग्रोथ किया था।

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