माता-पिता की खुशी के लिए बेटी ने जेंडर बदलवाया, 4 बहनें भी चाहती थी भाई इसलिए बनी लड़की से लड़का
इस समय लोग अपना जेंडर चेंज करवाने में लगे हैं। जेंडर चेंज करवाने के बाद लड़का से लड़की और लड़की से लड़का बना जा सकता है। इसी बीच 20 साल की एक लड़की ने अपना जेंडर चेंज किया है। वहां चार बहनों के लिए भाई बनी है, लेकिन एक बात और बता दें कि जिस लड़की निर्मला ने अपना जेंडर चेंज किया है। वहां कभी मां नहीं बन सकती है। उनका वंश आगे बढ़ने से रुक जाएगा। निर्मला (Virtual Name) का कहना है कि उनका भाई नहीं होने से मां बाप की आंखें भर आती थी। इसलिए उन्होंने 10 दिन पहले अपनी पहचान बदलाकर लड़का बन गया है।
माता पिता की खुशी के लिए कराया जेंडर चेंज
दरअसल हम बात कर रहे हैं मेरठ के सरदार बल्लभ भाई पटेल मेडिकल हॉस्पिटल की, जहां पर निर्मला ने अपना जेंडर चेंज करवाया है। इसके साथ ही अपने माता-पिता की खुशी के लिए वहां लड़का बनी है, लेकिन आपको एक खास बात यह बता दें कि निर्मला कभी मां नहीं बन सकती है। निर्मला का कहना है कि कभी परिवार ना टूटे इसके लिए उन्होंने इस तरह का फैसला किया और उनका परिवार हमेशा हंसता खेलता रहे। उसके लिए जेंडर ही चेंज करवा लिया ।निर्मला का कहना है कि लड़की पैदा हुई थी, लेकिन माता-पिता की खुशी के लिए जेंडर चेंज करवाया है।
इस निर्मला बनी जेंडर चेंज कराकर लड़का
निर्मला ने बताया कि उन्होंने कई बार अपनी सहेलियों से कहा अपना भाई मुझे दे दो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनके माता-पिता चाहते थे कि उनके यहां एक लड़का हो, लेकिन हर बार लड़की पैदा होती गई। उनके यहां उनका भाई नहीं आया इसके साथ ही लोग निर्मला को दहेज की बात कहते हुए बोझ बताते हैं। इसके बाद उन्होंने अब माता-पिता को भी दी जाए। इसके साथ ही दूसरी शादी की बात भी सामने आने लगी। ऐसे में परिवार टूट जाता जिसके लिए अब निर्मला खुद लड़का बनी है।
निर्मला का कहना है कि अगर पिता की दूसरी शादी हो जाती और वहां उन्हें छोड़ देते हैं तो कैसे जीते, क्योंकि वहां उनसे बहुत अधिक प्यार करते हैं। इसलिए उन्होंने किसी की बात नहीं मानी इसके साथ ही सहेलियों से उनके भाई देने की बात भी निर्मला ने कही थी, लेकिन जब किसी तरह की मदद नहीं मिली तो उन्होंने इस तरह का फैसला उठाया है। निर्मला का कहना है कि उनकी मां को बार-बार लड़के के लिए रोते देखकर मैंने सोच लिया कि मैं ही घर का बेटा बनूंगी। इसके बाद छोटी बहन ने रक्षाबंधन पर राखी बांधकर उन्हें भाई कहने लगी अब मैं एक घर का बेटा हूं।