अगर आप भी उड़ाते है ड्रोन तो जान लीजिए ये नियम, वरना भरना पड़ सकता है 1 लाख रुपये का जुर्माना

आधुनिक दौर में ड्रोन का इस्तेमाल काफी होने लगा है। केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा भी भारत को ड्रोन का हब बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल ना सिर्फ शादियों में शूटिंग के लिए किया जा रहा है, बल्कि इसका इस्तेमाल अब खेती में भी किया जाने लगा है। आपने फिल्मों की शूटिंग के दौरान या फिर शादियों में शूटिंग के दौरान आकाश में उड़ते ड्रोन देखे हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को ड्रोन से जुड़ी कुछ बातें और नियम पता होगी। अगर नहीं पता है तो इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको डॉन उड़ाने के कुछ नियम बताने जा रहे हैं। अगर इन नियमों को आपने ध्यान नहीं रखा तो आप बड़ी मुश्किल में पढ़ने के साथ ही आपके ऊपर 100000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

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ड्रोन उड़ाने के नियमों को जानना जरूरी

अगर आप भी ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं और अभी तक इसके कुछ नियमों के बारे में पता नहीं चला है तो हम बता देते हैं। दरअसल सभी ड्रोन को डिजिटल पंजीकृत कराना होगा। इसके साथ ही डॉन की उपस्थिति और उनकी उड़ान के बारे में भी सूचित करना होता है। रोल में 250 ग्राम या उससे कम वजन के नैनो उपकरण 250 ग्राम से 2 किलो तक के माइक्रोकरेंट लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा अगर छोटे ड्रोन की बात करें तो इसमें 2 किलो से 25 किलोग्राम वजनी होंगे। जिसमें ड्रोन 25 किलो ग्राम से 125 ग्राम तक के ही हो सकते हैं। बड़े यूएवी 150 ग्राम से 500 ग्राम के दायरे में रहेंगे।

अगर आपके पास में 500 किलोग्राम से अधिक बजनी यूएवी विमान नियम 1937 का पालन करना पड़ेगा ।किसी संस्था या व्यक्ति को ड्रोन उड़ाने की योग्यता का प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। इस प्रमाण पत्र को केंद्र सरकार के द्वारा अधिकृत कोई संस्था जारी कर सकती है। वहीं ड्रोन की एक विशिष्ट पहचान संख्या भी होना चाहिए। प्लेटफॉर्म के माध्यम से सेल्फ जनरेट किया जा सकता है। वहीं नए और पहले से मौजूद सभी यूएवी के लिए अनिवार्य है।

जानिए क्या है ड्रोन उड़ाने के नियम

बता दें कि डॉन के अलग-अलग तरह के नियम है जिसे कभी भी उड़ा सकते हैं। इसके लिए डिजिटल स्काई प्लेटफार्म पर एक इंटरएक्टिव एयर स्पेस में देगा। जिसमें 23 जून की जानकारी होगी। यह ग्रीन रेड और येलो जोन होंगे। नए नियम के तहत दोनों का अधिकतम वजन 300 किलोग्राम से बढ़ाकर 500 किलोग्राम कर दिया गया है। इससे दोनों को ड्रोन नियमों के दायरे में लाना सुनिश्चित हो गया है।

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उल्लघंन करने पर लगेगा 1 लाख का जुर्माना

ड्रोन उड़ाने वाले पायलटों की उम्र और योग्यता के कुछ मानक निर्धारित होंगे। गैर हस्तांतरित लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एक पात्रता परीक्षा होगी। यह लाइसेंस 10 साल के लिए वैध होंगे। वहीं केवल अधिकृत कर्मी हीरोइन को संचालित कर सकेंगे अगर इन नियमों का कोई उल्लंघन करता है तो विमान अधिनियम 1934 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाती है। इसके अलावा 100000 का जुर्माना भी लगाया जाता है। मार्च 2021 में मानवरहित विमानों की जगह लेंगे बाद में कई बदलाव कर दिए गए हैं।