मध्यप्रदेश में भीख मांगने वाले बच्चे भी होंगे शिक्षित, पढ़ाई-लिखाई और भोजन से लेकर रहने तक का खर्च उठायेगी शिवराज सरकार

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है। सरकार की मंशा है कि प्रदेश में कोई भी विद्यार्थी बिना शिक्षा के ना रहे। इसके लिए कॉलेज में एडमिशन कराने वाली छात्राओं को 24 हजार की आर्थिक सहायता के साथ ही कॉलेज की पूरी फीस शिवराज सरकार के द्वारा भरी जाएगी। इसी बीच अब एक और घोषणा प्रदेश की सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए की है। सरकार के द्वारा इन बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टरों को निर्देश दे दिए हैं इसके साथ ही कहा कि अगर कोई बच्चा सड़क पर भीख मांगता हुआ पाया गया तो इसकी जिम्मेदारी उस जिले के संबंधित कलेक्टर की होगी।

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सरकार उठायेगी पढ़ाई के साथ ये खर्च

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप प्रदेश में कोई भी बच्चा बिना शिक्षा के ना रहे। इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब सड़क पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए भी बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने भीख मांग रहे बच्चों को पढ़ाई का खर्च उठाने को लेकर कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं। सरकार के द्वारा पढ़ाई लिखाई से लेकर कपड़े, भोजन और रहने की व्यवस्था भी की जाएगी। वहीं अगर कोई बच्चा सड़क पर भीख मांगता पाया गया तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित कलेक्टर की रहेगी।

कलेक्टर बच्चों की आश्रय की करें व्यवस्था-सीएम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भीख मांगने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा अब भीख मांगने वाले बच्चों को भी शिक्षा दी जाएगी। वहीं इनका पूरा खर्च सरकार उठाएगी जिसमें पढ़ाई लिखाई से लेकर कपड़े की व्यवस्था भोजन और रहने के लिए व्यवस्था भी की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहर में अगर कोई बच्चा भीख मांग रहा है तो इससे बड़ी शर्म की बात और कोई नहीं है। इसकी जवाबदारी जिले के कलेक्टर की होगी वहां तत्काल उनके आश्रय की व्यवस्था करें। इसके साथ ही पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था हम करेंगे। किसी भी बच्चे को सड़क पर नहीं रहने देंगे ।

मध्यप्रदेश में हर दिन देखने में आता है कि धार्मिक स्थलों पर कई बच्चे भीख मांगते हुए नजर आते हैं या कई बच्चे सड़क पर चौराहे पर भीख मांगते हुए दिख जाएंगे या कुछ ऐसे भी हैं जो होटल के सामने खड़े रहते हैं। हालांकि इन बच्चों की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से इस तरह भीख मांग कर गुजारा करते हैं, लेकिन कई बार देखा जाता है कि उनके परिवार वाले ही उनसे भीख मंगवाते हैं। हालांकि अब सरकार इन्हें शिक्षित करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है जिससे प्रदेश के भीख मांगने वाले बच्चे भी अब शिक्षित होंगे।

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