भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब बनेगा ‘मोस्ट साइलेंट’ शहर, तेज हॉर्न पर सिग्नल होगा रेड, घर पहुंचेगा e-चालान
Smart Traffic Signal : मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है जिसके चलते वाहनों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में प्रशासन के लिए ट्रैफिक को कंट्रोल करना एक चुनौती है जिसके लिए लगातार कई प्रयास किए जा रहे हैं। शहर प्रशासन द्वारा वाहनों और उन से लगने वाले जाम से निपटने के लिए चौराहों पर स्मार्ट सिग्नल लगाने की तैयारी हो रही है। यह सिग्नल कुछ इस तरह से कार्य करेंगे कि जब चौराहों पर कोई वाहन तय सीमा से अधिक तेज ध्वनि वाला हॉर्न बजाएगा तो यह सिग्नल उसे पकड़ कर उसके घर पर चालान भेज देंगे। इससे चौराहों पर बिना किसी कारण हॉर्न बजाने वालों पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
नगर निगम इंदौर और ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस तरह के सिग्नल जल्द ही पूरे इंदौर में लगाने का निर्णय लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी चौराहों को भी बड़ा का लेफ्ट और राइट जाने वाले सिगनल ओं को स्मार्ट सिग्नल बनाने की कोशिश है। यह सिग्नल लंबी कतारों के समय खुद से ही अपना समय बदल पाएंगे और जिसकी बुक पूरी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम में बैठकर की जाएगी। अगर कहीं किसी चौराहे पर जाम की स्थिति बनती है तो यह सिस्टम तुरंत एक अलर्ट जारी करेगा जिससे जाम लगाने वाले वाहनों को पहचान कर उसके घर ही चालाक भेज दिया जाएगा। नगर निगम द्वारा अभी केवल 50 चौराहों पर ही इस तरह के स्मार्ट सिग्नल लगाने की बात कही जा रही है। लेकिन जल्द ही पूरे शहर को स्मार्ट सिग्नल की सुविधा उपलब्ध होगी।
घर पहुंचेगा e-चालान
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह सिग्नल टेक्नोलॉजी से परिपूर्ण होंगे और जिनमें अत्यधिक तेज आवाज के प्रेशर हॉर्न को पकड़ लेने की भी क्षमता होगी। यह स्मार्ट सिग्नल प्रेशर हॉर्न को पकड़ते ही उस सिग्नल का टाइमिंग बढ़ा देते हैं ताकि वाहन को फोकस करके पकड़ लिया जाए और उसके घर e-challan भेज दिया जा सके। इन स्मार्ट सिग्नल की वजह से एक तरफ जहां शहर में दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे ध्वनि प्रदूषण से लोगों को राहत मिलेगी तथा वही तेज आवाज हॉर्न बजाने वालों से वाहन चालकों को निजात मिलेगी।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ ऋषभ गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए इंदौर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि प्रशासन के लिए इंदौर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू चलाना सबसे बड़ा चैलेंज है जिसमें स्मार्ट सिग्नल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। सीईओ ऋषभ गुप्ता ने यह भी बताया कि नगर निगम द्वारा किन चौराहों पर सिग्नल लगाने हैं इसका सर्वे पूर्ण कर लिया गया है और जल्द ही प्राथमिकता के साथ इन सिग्नल को लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। जिन चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव सबसे अधिक है सबसे पहले उन चौराहों पर इस सिग्नल का लाभ मिलेगा और पहले से लगे वह सिग्नल को हटा दिया जाएगा।