नितिन गडकरी ने कृषि-बिजली सेक्टर को लेकर कहीं ऐसी बात, सुनकर लोगों का दिल हो गया खुश

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा कृषि बिजली सेक्टर को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हमारी देश की 65 से 70 प्रतिशत की आबादी कृषि पर निर्भर है और इसके चलते इसकी वृद्धि दर की अगर बात करें तो सिर्फ 12 से 13 प्रतिशत ही है, लेकिन अगला कदम अब इसको बढ़ाने की और हैं जिससे कि चीनी से मिलने वाले राजस्व को बढ़ा सकेंगे। कृषि क्षेत्र का विविधीकरण ऊर्जा एवं बिजली क्षेत्रों में भी करने की आवश्यकता है।

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नेशनल को जनरेशन अवार्ड 2022 समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हर साल बड़ी राशि खर्च की जा रही है। हम हर साल पेट्रोल डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर 15 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। अब वहां समय आ गया है जब कृषि क्षेत्र का विविधीकरण ऊर्जा एवं बिजली क्षेत्र की तरफ भी किया जाए।

65 से 70 प्रतिशत की आबादी कृषि पर निर्भर

नितिन गडकरी ने वैकल्पिक ईंधनों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है। उनका कहना है कि प्रौद्योगिकी सहायता से कृषि क्षेत्र का विविधीकरण किया जा सकता है। 65 से 70 प्रतिशत की आबादी सिर्फ कृषि पर निर्भर है, लेकिन अब हमें कृषि की वृद्धि की दर को बढ़ाना है। वर्तमान की अगर बात करें तो यह दर सिर्फ 12 से 13 प्रतिशत ही है। अगला कदम सहा उत्पादन का होना चाहिए जिससे चीनी से मिलने वाले राजस्व को बढ़ा सकें। उद्योग कम चीनी और अधिक उत्पादों का उत्पादन करना चाहिए। उन्होंने कहा इस साल के लिए देश को 280 लाख टन चीनी के उत्पादन की जरूरत थी, लेकिन 360 लाख टन चीनी का उत्पादन हो पाया है।

एथेनाल पैदा करने की और दें ध्यान- गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि चीनी उत्पादन के बजाय एथेनाल पैदा करने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ।उद्योग जगत को एथेनाल की मांग बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान दिया जाए जिससे सरकार ने देश में फ्लेक्स इंजन से चलने वाले इंजन लाने का फैसला भी कर लिया है। हीरो, टीवीएस, बजाज ऐसी कई कंपनियां हैं जो अब फ्लेक्स इंजन बनाने का काम कर रही है। इन कंपनियों के द्वारा कई कार कंपनियों ने फ्लेक्स इंजन से चलने वाले मॉडल लाने का वादा भी किया है।

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उनका कहना है कि ऑटो रिक्शा को भी बायोएथेनॉल से चला सकते हैं। इसके अलावा निर्माण क्षेत्र के उपकरण भी वैकल्पिक ईंधन से चला सकते हैं। नितिन गडकरी का कहना है जर्मनी ने बायोएथेनॉल से ट्रेन के संचालन वाली प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा परिष्कृत एथेनाल का उपयोग विमानन उद्योग में भी किया जा सकता है। बेईमानी के उद्योग के इस्तेमाल तरीके तलाशने में जुटे हुए हैं।

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