अजीब और दुलर्भ मामला, भैंस ने 7 दिन में दिए 2 पाड़ों को जन्म, डॉ. हैरान, लोग मान रहे चमत्कार

मध्यप्रदेश के खरगोन जिले से एक अजीब और हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक भैंस ने 7 दिन के अंतर से 2 बछड़ों को जन्म दिया है। बताया जा रहा है कि 6 जनवरी को ही भैंस ने 1 बच्चे को जन्म दिया था उसने 7 दिन बाद फिर एक बच्चे को जन्म दे दिया है जिससे परिवार वालों के साथ ही डॉक्टर भी हैरान है।

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अब अभी तक आपने महिलाओं को 6 से 10 बच्चों को जन्म देते हुए देखा और सुना होगा, लेकिन अब जानवरों में भी इस तरह के मामले देखने को मिल रहे है। इसी तरह का अजीब और हैरान करने वाला मामला खरगोन जिले से आया है, जहां एक भैंस ने 7 दिन के अंतर से 2 बच्चों को जन्म दिया है। इस घटना से लोग ही नहीं बल्कि डॉक्टर भी हैरान है। इस तरह की घटना को ग्रामीण किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे है। अभी तक गाय के दो मुंह चार आंख वाले बछड़े देखें होंगे लेकिन इस तरह की घटना से सब लोग दंग रह गए है।

चोली गांव के किसान जगदीश पाटीदार का कहना है कि 6 जनवरी को ही भैंस ने एक बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन फिर एक बच्चे को जन्म देना किसी चमत्कार से कम नहीं है। इस मामले में पशु चिकित्सा विभाग के सहायक उपसंचालक डॉ.एसके पाठक का कहना है कि इस तरह की घटना को सुपरफिटेशन कहा जाता है। जिसमें गर्भाशय में एक भ्रूण होने की वजह से दूसरे का निर्माण हो जाता है। इस तरह की घटना अमूमन बहुत ही कम देखने को मिलती है।

मकर संक्रांति पर हुई अध्भुत घटना

वहीं जगदीश पाटीदार और सदाशिव पाटीदार के घर भैंस द्वारा 2 बच्चों को स्वास्थ्य तरह से जन्म देना और भैंस के भी स्वास्थ्य रहने की घटना पूरे काम में आग की तरह फैल गई है। लोगों की भीड़ किसानों के घर जमा हो रही है लोगों के द्वारा भी इस घटना को चमत्कार से कम नहीं मान रहे है।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी छत्तीसगढ़ इस तरह की घटना हुई है, लेकिन उसमें ऐसा नहीं था। उसमें एक गाय ने 3 आंखों वाले बछड़े को जन्म दिया था। घटना 14 जनवरी की शाम करीब 7 बजे की ही जब गाय ने बछड़े को जन्म दिया है। मकर संक्रांति होने के नाते लोगों की आस्था बछड़े के प्रति और गहरी हो गई है। गंडई क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुन्देली के आश्रित ग्राम लोधी नवागांव में तीन आंखों वाला बछड़ा गाय ने जन्म दिया है। तीन आंखों वाले बछड़े को देखने लोग कतार लगाकर खड़े हो गए। ग्रामीण इसे भोलेनाथ का स्वरूप मानकर अगरबती फूल नारियल पैसा चढ़ा रहे हैं और बछड़े की पूजा कर रहे हैं।