देश में अगले 5 साल में बैन हो जायेगा पेट्रोल, केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने किया ये बड़ा दावा, जानें वजह
इस समय पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। बढ़ती कीमत की वजह से आम जनता की जेब पर भारी भार पड़ रहा है। ऐसे में अगर तेल कंपनियों की तरफ से कीमतों में थोड़ी भी कटौती हो जाती है तो आम जनता को काफी राहत मिलती है, लेकिन लगातार बढ़ते पेट्रोल डीजल की कीमत की वजह से आम जनता काफी परेशान है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भारत में अगले 5 साल में पेट्रोल खत्म हो जाएगा और ऐसे में इस पर बैन लगाना मजबूरी हो जाएगी।
दीक्षांत समारोह के वक्त किया बड़ा दावा
इस समय देखा जाता है कि पेट्रोल की कीमत 108 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है। लगातार पेट्रोल की कीमत बढ़ती जा रही है। अगर बीते दिनों की बात करें तो पेट्रोल की कीमत 120 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा था, लेकिन सरकार की तरफ से घटाई गई एक्साइज ड्यूटी के बाद पेट्रोल डीजल की कीमत में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अभी भी आम जनता को पेट्रोल महंगा पड़ रहा है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को अकोला में डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के 36 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने पेट्रोल डीजल के खत्म होने का दावा किया है।
70 रुपये लीटर मिलेगा ग्रीन हाइड्रोजन
नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में अगले 5 साल में पेट्रोल खत्म हो जाएगा और ऐसे में इस पर बैन भी लगाया जा सकता है। इस मौके पर नितिन गडकरी को कृषि विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भगत सिंह कोश्यारी ने की है। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा विदर्भ में बने बायोएथेनॉल का इस्तेमाल वाहनों में किया जा रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन को कुएं के पानी से बनाया जा रहा सकता है और 70 रुपये प्रति किलो में बेचा जा सकता है।
नितिन गडकरी ने कहा 5 साल में देश में पेट्रोल खत्म हो जाएगा। ऐसे में कोई भी किसान मक्का, चावल, गेहूं लगाकर अपना भविष्य नहीं बदल सकता। उन्होंने कहा कि किसानों को केवल खाता नहीं बल्कि उर्जा प्रदाता भी बनना होगा। एथेनॉल पर एक फैसले से देश को 20000 करोड रुपए की बचत हो रही है। उनका कहना है कि आगामी समय में सभी टू व्हीलर और फोर व्हीलर ग्रीन हाइड्रोजन और एथेनाल के साथ ही सीएनजी चलेंगे। बांग्लादेश को कपास निर्यात करने की योजना है जिसमें विश्वविद्यालय के सहयोग की आवश्यकता है।