मध्यप्रदेश: 110 बेटियों की मदर इंडिया है सोनिया जॉली, गरीब बेटियों को बना रही शिक्षित और आत्मनिर्भर
Satna Mother India: आज भी भारत में बेटियों की क्या स्थिति है उससे हम सभी पूर्ण रूप से अवगत है। आज भी समाज के कई वर्गों में बेटियों की उपेक्षा होती है उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है। आज भी भारत में कई लड़कियां जन्म के पहले ही यह जन्म के बाद छोड़ दी जाती हैं। आज भी समाज या भूल जाता है कि एक बेटी सौ बेटों पर भारी होती है अगर उसे उचित मार्गदर्शन दिया जाए तो वहां नाम रोशन कर देती है।
ऐसा ही कुछ कारनामा सतना में रहने वाली 55 वर्षीय सोनिया जोली ने किया है जो कि एक ग्रहणी है। आज सोनिया को पूरा भारत उनके अनूठे काम की वजह से सलाम करता है। सोनिया जोली 110 बेटियों का पालन पोषण कर रही है और इसमें वह सरकार और उद्योगपतियों से भी सहायता नहीं ले रही है। सोनिया ने यह कार्य 31 वर्ष की उम्र से शुरू किया था और उस समय 6 बेटियों का जिम्मा उठाया था।
आज क्षेत्र के लोग सोनिया जोली को 110 बच्चों की मदर टेरेसा के नाम से बुलाते हैं। सोनिया जोली का इन 110 बच्चों के साथ एक अनमोल रिश्ता है जिसे वह पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाती है। यह सभी बेटियां सोनिया जोली को मां कहकर ही बुलाती है और इनकी पूजा करती है। सोनिया जोली की इस मेहनत और लगन को देखते हुए उनके आसपास के पड़ोसियों में भी उनके प्रति आदर का भाव है और वह अप्रत्यक्ष रूप से सोनिया की मदद करने लगे है।
हौसलों को मिली उड़ान
आए दिन बेटियों पर हो रहे अत्याचारों की खबरों से सोनिया जोली काफी दुखी थी। वह खबरों में देखती थी कि आज भी बेटियों को समाज भोज मानता है और उन्हें छोटी नजरों से देखता है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए सोनिया के मन में यह विचार आया कि क्यों ना ऐसी गरीब बेटियों के लिए एक सहायता उपलब्ध कराई जाए जहां उन्हें शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाया जा सके। बस तभी से सोनिया ने इसके लिए कार्य करना शुरू कर दिया और वर्ष 2014 में उन्होंने छह बेटियों को गोद लेकर यह जिम्मेदारी शुरू की।
सोनिया जोली खुद दो बच्चों की मां है और 110 बेटियों का भरण पोषण बखूबी कर रही है। सोनिया के इस उपकार सोसाइटी में 110 बेटियां है उनमें से कुछ बच्चों से जब हमने बात की तब उन्होंने बताया कि वह काफी गरीब घर से है और यहां आकर काफी खुश है। कक्षा 10 में पढ़ने वाली सीखा बताती है कि उनके परिवार मैं उनकी परवरिश बहुत मुश्किल थी लेकिन जब से सोनिया ने उन्हें गोद लिया है तब से उनकी समस्याएं खत्म हो गई है। कक्षा 9 में पढ़ने वाली खुशी बताती है कि यहां आने के बाद उन्हें काफी अच्छा लग रहा है और वह काफी लगन और मेहनत से पढ़ाई कर रही हैं।