देश की इस बेटी की ऐसी जिद, छोड़ी वो 9 सरकारी नौकरी जिसे पाने तरसते है युवा, अब आईएएस बनने का सपना

देश में कई युवा देश सेवा करने के लिए जीतोड़ मेहनत करते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें सफलता हाथ नहीं लगती है और कई ऐसे युवा है जो आज अपनी कड़ी मेहनत के बाद देश सेवा कर रहे हैं। वहीं इनमें पुरुषों के मुकाबले महिला भी पीछे नहीं है। वहां भी हर क्षेत्र में आगे हैं। जिसमें कई महिलाएं आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी हैं। कई महिलाएं और युवक आईएएस और आईपीएस बनने का सपना देखते हैं, लेकिन बहुत कम ऐसे होते हैं जो अपने सपनों को साकार कर पाते हैं। ऐसे में हम एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने सरकारी नौकरी के लिए काफी संघर्ष किया और उन्हें हर बार सफलता ही मिली है, लेकिन इनकी कहानी आप सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे।

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12वीं की परीक्षा में देखा था आईएएस बनने का सपना

दरअसल हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सीकर जिले के अंतर्गत आने वाले सीहोट गांव निवासी प्रमिला नेहरा की। जिन्होंने अपनी जिंदगी में काफी सफलता हासिल की है। 12वीं की परीक्षा के बाद उन्होंने लक्ष्य कर निर्धारित कर लिया था कि वहां अपनी मेहनत के बलबूते अपने माता-पिता का नाम रोशन करेगी और एक दिन आईएएस अधिकारी बनेगी। ऐसे में प्रमिला ने काफी संघर्ष किया लेकिन उन्हें हर बार मेहनत पर सफलता ही मिली है। प्रमिला के पिता मूल रूप से किसान हैं और उनकी माता ग्रहणी है।

9 सरकारी नौकरी छोड़ चुकी है प्रमिला

प्रमिला ने 26 साल की उम्र में 9 बार सरकारी नौकरी की परीक्षा दी और सभी परीक्षा में वहां पास हुई है। इसके लिए उनके पिता को अपनी बेटी पर काफी गर्व भी है, लेकिन प्रमिला को जितनी बार सफलता मिली है उतनी बार ही उन्होंने अपनी नौकरी को ठुकराया भी है। दरअसल प्रमिला ने पिछले 5 वर्षों में 7 बार नौकरी छोड़ दी है। 2021 में आठवीं बार उन्होंने नौकरी छोड़ी है, क्योंकि प्रमिला इन छोटी नौकरियों से खुश नहीं है और कुछ बड़ा करना चाहती है। अब तक वहां 9 नौकरी छोड़ चुकी है जिसमें वहां यूपीएससी की सिविल परीक्षा पास कर आईएएस बनना चाहती है।

इन परीक्षाओं में हो चुकी पास

अगर प्रमिला नेहरा की बात करें तो उन्होंने अभी तक 5 सालों में 9 बार सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा दी। जिसमें सभी में पास हो गई है इसमें पटवारी, ग्राम सेवक, महिला पर्यवेक्षक, एलडीसी की परीक्षा है और पुलिस कांस्टेबल शामिल है, लेकिन इन सभी नौकरी को वहां छोड़ चुकी है, क्योंकि उसका सपना सिर्फ आईएएस बनना है। बता दें कि प्रमिला राजस्थान के नागौर जिले के एक सरकारी स्कूल में सीनियर टीचर के पद पर भी काम कर चुकी है।

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2020 में हुआ था प्रथम श्रेणी शिक्षक परीक्षा में चयन

इसके अलावा प्रमिला के पति दिल्ली में पुलिस कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। उनकी शादी सीकर जिले के गांव बोदला सीके निवासी राजेंद्र प्रताप रणवा से हुई थी। वहीं 2020 में राज्य लोक सेवा आयोग की तरफ से प्रथम श्रेणी शिक्षक परीक्षा में उनका चयन हुआ तब से नौकरी कर रही है, लेकिन अब जल्द ही इस नौकरी को छोड़ने वाली है, क्योंकि उनका सपना आरएएस और यूपीएससी परीक्षा में अपना नाम दर्ज करना है और एक दिन आईएएस अधिकारी बनना है।