मध्यप्रदेश के पन्ना करोबारी की रातों-रात चमकी किस्मत, 20 साल की तलाश के बाद मिला 1 करोड़ का हीरा
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में खदानों से हीरे निकलने का सिलसिला लगातार जारी है। बीते दिनों जहां कुछ मजदूरों को खुदाई के दौरान हीरा मिला था अब एक कारोबारी की रात तो रात किस्मत चमक गई है। दरअसल 20 सालों से एक कारोबारी खदान में खुदाई कर रहा था आखिरकार उसकी किस्मत ऐसे चमकी कि वह रातो रात करोड़पति हो गया। कारोबारी को खुदाई के दौरान 26.11 कैरेट का हीरा मिला है। इस हीरे की कीमत करीब 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं इसकी नीलामी 24 फरवरी को की जाएगी।
कारोबारी को 26.11 कैरेट का मिला हीरा
इस मामले में खनिज अधिकारी रवि पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि एक मध्यवर्गीय कारोबारी को 26.11 कैरेट का हीरा मिला है। हीरे को कारोबारी ने कार्यालय में जमा करवा दिया है अब इसकी नीलामी 24 फरवरी को की जाएगी। जिसमें 11.5% रॉयल्टी काटने के बाद बची राशि इसके मालिक को सौंप दी जाएगी। पन्ना की खदानों में से हीरा निकलना यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कुछ मजदूरों को खुदाई के दौरान हीरे मिल चुके है।
फरवरी में कारोबारी ने करवाया था पट्टा
दरअसल पन्ना जिले के किशोरगंज मोहल्ले में रहने वाले सुशील शुक्ला को 26.11 कैरेट का बेशकीमती रत्न हीरा मिला है। कारोबारी की माने तो वहां 20 सालों से लगातार खदान में अपने दोस्तों के साथ खुदाई में लगा था जिसके बाद उसकी मेहनत ऐसे रंग लाई कि वहां रातों-रात करोड़पति बन गया। अब कारोबारी ने हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया है और नीलामी का इंतजार कर रहा है। कारोबारी सुशील का कहना है कि उसने हीरे की खदान का पट्टा फरवरी में फिर से कराया था।
उथली खदान का करवाया था पट्टा
मीडिया को जानकारी देते हुए कारोबारी सुशील ने बताया कि उसने उथली हीरा खदान का पट्टा फरवरी को फिर से कृष्णकल्याणपुरा हीरा कार्यालय से जारी करवाया था। जिसके बाद उन्होंने खदान में फिर से खुदाई शुरू कर दी थी। आखिरकार सोमवार को उन्हें हीरा मिल गया है और इसकी 3 दिन बाद निलामी की जायेगी।
20 वर्ष से कर रहे थे खुदाई
कहते हैं कि अगर भरोसे के साथ मेहनत करो और किसी काम को करने के लिए उम्मीद नहीं छोड़े तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। ऐसे ही पन्ना जिले के कारोबारी सुशील ने लगातार 20 सालों तक मेहनत की इसके बाद उन्हें सफलता जरूर मिली है। सोमवार को पन्ना की रत्नगर्भा धरा ने 26.11 कैरेट का हीरा उगला है। अब नीलामी के बाद इस हीरे की 11.5% रॉयल्टी वा एक परसेंट टीडीएस काटकर बाकी की रकम हीरा कारोबारी के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। यहां कारोबारी ईट भट्टे का काम करते हैं उनका कहना है कि जब वह स्कूल से निकले थे तब से हीरे का काम कर रहे हैं और वहां लोगों को यही सीख देते हैं मेहनत करना चाहिए किस्मत जरूर साथ देती है।
इन बड़े हीरो में चौथे नंबर पर शामिल है ये हीरा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1961 में सबसे बड़ा हीरा मिला था जो 44.33 कैरेट का था। इसके बाद 2018 में 42.29, 2019 में 29.46 और अब यह चौथा हीरा है जो 26.11 कैरेट का मिला इसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ बताई जा रही है।