दिल्ली से चित्रकूट का सफर हो गया आसान, अब इस एक्सप्रेसवे के बनने से 6 घंटे में पहुंचेंगे, जानिए खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार यानी 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड को बड़ी सौगात दी है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सहयोग से उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में विकास किए जा रहे हैं। ऐसे में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया है। इसके साथ ही उन्होंने एक प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के साथ ही उन्होंने बताया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर बदल रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बन जाने से वाहनों को गति ही नहीं बल्कि पूरे औद्योगिक क्षेत्र की गति को रफ्तार मिलेगी।

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एक्सप्रेसवे से खुलेंगे रोजगार के द्वार

प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरानी सोच को छोड़कर हम नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। 2017 के बाद कनेक्टिविटी के लिए बेहतर काम किए गए हैं और छोटे शहरों की कनेक्टिविटी पर भी ध्यान दिया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक किले देखने के लिए लोग बाहर से आते हैं। सर्दियों में प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए जिसमें युवाओं को आमंत्रित करें और किले पर चढ़ने की प्रतियोगिता रखें। बाहर से आने वाले युवाओं के लिए ठहरने की व्यवस्था भी करें जिससे यहां पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे ।इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा बुंदेलखंड के लिए आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन है। आज उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड की अर्थव्यवस्था के लिए एक्सप्रेस वे नया आयाम प्रदान करेगा।

दिल्ली से चित्रकूट की घटी दूरी

वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनने से चित्रकूट से दिल्ली का सफर आसान हो जायेगा। इसकी दूरी तो 3 से 4 घंटे कम हो गई है। चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में अब तक 11-12 घंटे लगते थे। इसके अलावा सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा बल्कि पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की तो यहां पर पांचवा एक्सप्रेस में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बना है।

28 महीने में बनाकर कर दिया तैयार

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की खास बात आपको बता देते हैं। इसे बनाने में 28 महीने का वक्त लगा था। 209 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे हैं और इसे बहुत कम समय में बना दिया गया है। इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में सरकार की तरफ से करीब 14, 850 करोड़ की लागत आई है। जानकारी मिली है कि इस एक्सप्रेस-वे को भविष्य में 6 दिन तक बढ़ा दिया जाएगा ।बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट के भरतकूप से इटावा के कुदरेल तक है। इटावा में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे से मिला बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है।

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इन 7 जिलो को मिलेगा लाभ

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 7 जिलों से होकर निकला है। इसमें हमीरपुर, जालौन, महोबा ,बांदा, चित्रकूट, औरैया और इटावा शामिल है। 200 किलोमीटर का यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट से दिल्ली की यात्रा महज 6 घंटे में पूरी करवा देगा, जबकि पहले 12 घंटे का वक्त लगता था। 6800 करोड़ के निवेश से बुंदेलखंड की तस्वीर बदली है। जहां 50 निवेश प्रस्तावों में ढाई सौ करोड़ की लागत से 25 से अधिक इकाइयों पर उत्पादन हो रहा है। इसके अलावा यहां पर टाइगर रिजर्व डिफेंस काली डोर समेत कई योजनाएं संचालित हो रही है। इसके अलावा यहां पर 9:00 एक औद्योगिक और संस्थागत एमओयू भी साइन किए हैं।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस की खासियत

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 296.070 किलोमीटर है। वहीं इसकी कुल निर्माण लागत 14849.09 करोड़ रुपये है। इस एक्सप्रेस-वे से लाभान्वित जिले चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, इटावा हैं। इस एक्सप्रेस-वे में 6 टोल प्लाजा है। इसके साथ ही इससे 266 छोटे-छोटे पुल जुड़े हुए हैं।