मजदूर के बेटे ने बनाया गजब का स्मार्ट जूता, आपदा के समय बर्फ या मलबे में दबने पर देगा सिग्नल, जानिए खासियत
भारतीय जवान देश की सुरक्षा के लिए हर समय सीमा पर तैनात रहते हैं। भारतीय जवान जब तक बॉर्डर पर तैनात रहते हैं तब तक दुश्मनों में दम नहीं कि वहां हमला कर सके। मौसम कैसा भी हो 24 घंटे और सातों दिन इनकी ड्यूटी लगी रहती है। इनकी वजह से ही देश के नागरिक शांति और अमन के साथ अपने घरों में रह पाते हैं। तीज त्यौहार लोग अपने घरों में धूमधाम से मनाते हैं, लेकिन देश के फौजी सीमा पर खड़े होकर देश की रक्षा करते हैं। वहीं पूरी इमानदारी से देश की रक्षा करने के साथ अपने प्राण निछावर कर देते हैं।
हर मौसम में सीमा पर रहते है तैनात
आर्मी जवानों का जीवन काफी संघर्ष भरा है। उनके साथ कब क्या हो जाए वहां खुद नहीं जानते है। हर साल कई फौजी अपने देश की रक्षा करते हुए शहीद हो जाते हैं। हर युवा का सपना होता है कि वहां भारतीय सेना में शामिल होकर देश की रक्षा करें, परंतु इसका अवसर हर किसी को नहीं मिल पाता है। इसके लिए अपने आप को इतना काबिल बनाना पड़ता है, तब कहीं जाकर सफलता मिल पाती है। आए दिन देश के जवानों की शहादत की खबर आती रहती हैं। दुश्मनों से लड़ते हुए कई जवान शहीद हो जाते हैं। कई जवान बर्फ और मलबे में दबकर शहीद हो जाते हैं। जिस इलाके में अपनी ड्यूटी करते हैं वहां बर्फ और बड़े बड़े पहाड़ भी होते हैं। ऐसे में भूस्खलन होना आम बात हो गई है।
इस इंजीनियर ने बनाया स्मार्ट जूता
आपदा की स्थिति से निपटने के लिए कई जवान अपनी जान तक कुर्बान कर देते हैं, लेकिन अब एक इंजीनियर ने ऐसे जूतों का आविष्कार कर दिया है जिससे बर्फ और मलबे में दबे जवानों की रक्षा आसानी से की जा सकती है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के एक मजदूर के बेटे की जिन्होंने अब सेना के जवानों के लिए एक स्मार्ट जूता बनाया है। इन जूतों की खासियत बताते हुए उन्होंने कहा यदि कोई भी जवान हो भूस्खलन के कारण वर्ष या मलबे की चपेट में आ जाते है तो तुरंत यह जूता कंट्रोल रूम तक सिग्नल भेजने में सक्षम रहेगा और आसानी से उस जवान की जान बचाई जा सकती है।
इस तरह जवानों की जान बचायेगा जूता
बता दें कियह स्मार्ट जूता बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन से चलाया जा सकता है ।मणिपुर राज्य की घटना से छात्रों को यह आइडिया मिला और उन्होंने 1 सप्ताह के अंदर ही फ्रेशमार्ट आर्मी जूता बना दिया है ।इंजीनियर विद्यार्थी एवं आईईटी इंजीनियरिंग कॉलेज के अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर में इलेक्ट्रिकल के फर्स्ट ईयर का विद्यार्थी है ।जिसका नाम सुमित कुमार है और वहां अब भारतीय जवानों के लिए एक स्मार्ट जूता बनाया है। उन्होंने दावा करते हुए बताया कि जवानों की मुसीबत में फंसने की सूचना कंट्रोल रूप तक यह जूता पहुंचाएगा।
इन चीजों का इसमें किया इस्तेमाल
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के जलालपुर सरधना के रहने वाले स्मार्ट जूते के निर्माता सुमित ने बताया कि उनके पिता एक मजदूर है और उन्होंने पढ़ा लिखा कर अब उन्हें एक इंजीनियर बनाया है। इन जूतों को बनाने में करीब 15 से 1600000 रुपए लग गए हैं। इन जूतों के निर्माण में उनके मूल्य में कमी आ सकती है साथ ही सिग्नल की रेंज को भी बढ़ाया जा सकता है। स्मार्ट जूतों में कुछ सामान्य जैसे रेडियो, ट्रांसमीटर, रिसीवर, चार्जेबल बैटरी एंड रोटेट चार्जिंग अलार्म प्रेशर सेंसर व अन्य चीजें लगाई गई है।