पीईबी की लापरवाही की भेंट चढ़ा एमपी का ये युवा, पुलिस परीक्षा के रिजल्ट में रात को पास तो सुबह दिखाया फेल

मध्य प्रदेश में बीते दिनों व्यापम के द्वारा एमपी पुलिस की एग्जाम कराई गई थी। जिसका रिजल्ट 24 मार्च को घोषित हुआ था। इसमें एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। मध्य प्रदेश के देवास जिले की तहसील खातेगांव के ग्राम सतनगरी जूनापानी का रहने वाला विकास मीणा नामक युवक बड़ी लापरवाही का शिकार हो गया। दरअसल एमपी पुलिस का रिजल्ट 24 मार्च को रात्रि 10:00 बजे घोषित किया गया था। वहीं जब विकास मीणा ने रिजल्ट रात्रि 11:00 बजे चेक किया तो उसमें वहां पास हो गया, लेकिन वहीं रिजल्ट जब उसने सुबह फिर से चेक किया तो उसमें उसे फेल कर दिया गया।

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दरअसल व्यापम के द्वारा बीते दिनों मध्यप्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित कराई गई थी ।इसमें 6000 पदों पर भर्ती निकाली गई थी जिसमें लाखों उम्मीदवारों ने फॉर्म भरे थे, लेकिन जब इसका रिजल्ट घोषित किया गया तो बहुत ही निराशाजनक रहा ।इसमें व्यापम को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे है। वहीं सोमवार को राजधानी भोपाल में उम्मीदवारों ने पीईबी दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और शिवराज सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गड़बड़ी के आरोप लगाए है। उनका कहना है की उन्हें ज्यादा नंबर लाने के बाद नॉट क्वालिफाइड बता दिया गया, जबकि उसकी कैटेगरी में कम नंबर आने वालों को भी क्वालीफाई कर दिया गया। जिसकी वजह से अभी अभ्यार्थियों का गुस्सा फूट गया और फिर से शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

इस युवा को रात को पास सुबह किया फेल

इसी बीच देवास जिले की तहसील खातेगांव के ग्राम सतनगरी जूनापानी करने वाला एक युवा भी पुलिस भर्ती परीक्षा में अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। विकास मीणा की माने तो एमपी पुलिस का रिजल्ट 24 मार्च को रात्रि 10:00 बजे घोषित किया गया था। उसने रात 11:00 बजे पीईबी की साइट पर जाकर जब रिजल्ट चेक किया तो पास था। वहीं पास होने के बाद विकास की खुशी समा नहीं पा रही थी उसने अपने सगे संबंधी और परिवारजनों को रिजल्ट में पास होने की जानकारी दें दी। इसके बाद जब विकास ने अपना रिजल्ट दूसरे दिन 25 मार्च को सुबह चेक किया तो रिजल्ट बदल चुका था। यानी कि जिस रिजल्ट में उसे पास दिखाया जा रहा था उसमें फेल नजर आया है।

इंसाफ दिलाने आगे आया मीणा समाज शक्ति संगठन

इसके बाद विकास मीणा मायूस होकर अपने हक के लिए क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा के पास पहुंचा और सारी बात बताई, लेकिन इसके बाद भी विधायक की तरफ से किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं की गई। इसके बाद जैसे रामदेव काकोड़िया को पता चला तो उसको न्याय दिलाने के लिए उसके साथ खड़ा हो गया ।इसके साथ मीणा समाज शक्ति संगठन के सदस्यों के द्वारा भी विकास मीणा को इंसाफ दिलाने के लिए उसके साथ खड़े है।

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बहरहाल यह पहला मामला नहीं इससे पहले भी व्यापम घोटाले के मामले सामने आ चुके है। वहीं प्राथमिक शिक्षा भर्ती वर्ग तीन की परीक्षा को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। इस परीक्षा के पेपर का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसे लेकर अब कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस युवा को न्याय मिल पाता है या नहीं।