इस गीत को गाते समय आखिर क्यों रो दिए थे ‘बप्पी दा’, खंडवा वासियों से किया था ये वादा
मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी दा का निधन बीते दिनों मुंबई के कैंडी अस्पताल में हो गया था। बप्पी लहरी के निधन के बाद फिल्म इंडस्ट्री से लेकर संगीत की दुनिया में शोक की लहर थी, लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से भी उनका गहरा नाता था। दरअसल खंडवा में किशोर अलंकरण समारोह आयोजित किया गया था जिसमें प्रस्तुति देने के लिए मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लहरी को बुलाया गया था जिसमें उन्होंने लाइव परफॉर्मेंस किया था इस दौरान बप्पी लहरी चलते चलते मेरे यह गीत की प्रस्तुति देते हुए रो पड़े थे आज भी उनके गाए इस गीत को लोग गुनगुनाते है।
दरअसल मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में किशोर अलंकरण समारोह का आयोजन करीब 15 साल पहले हुआ था। इस दौरान बप्पी लहरी को इसमें प्रस्तुति देने के लिए बुलाया गया था। इसमें बप्पी लहरी ने बिना पैसे के प्रोग्राम करने का वादा किया था। इस दौरान उन्होंने चलते चलते मेरे यह गीत की प्रस्तुति दी और भावना में ऐसे में भय गए की प्रस्तुति के दौरान ही रो पड़े थे। इसके साथ ही जितने भी लोग वहां मौजूद थे सब उनके गानों को सुनकर उनकी तरह भावनाओं में बह गए थे। बता दें कि आयोजन खंडवा के पुलिस लाइन में आयोजित किया गया था जिसमें उन्होंने प्रस्तुति दी थी। यह गीत याद रखना कभी अलविदा ना कहना.. बप्पी लहरी के साथ उनकी बेटी भी मौजूद थी जिन्होंने उन्हें संभाला था।
किशोर दा से था बप्पी लहरी का ये रिश्ता
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार और बप्पी लहरी के बीच नजदीकी रिश्ता था बप्पी लहरी उनके भांजे थे। 2007-08 में किशोर कुमार अलंकरण की प्रस्तुति देने के लिए बप्पी लहरी ने बिना पैसे की प्रस्तुति दी थी और इस आयोजन में बप्पी लहरी प्रस्तुति देने के दौरान रो पड़े थे।
खंडवा के लोगों से बप्पी ने किया था ये वादा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बप्पी लहरी ने खंडवा वासियों से वादा किया था कि जब भी वहां उन्हें बुलाएंगे और बिना पैसे के प्रस्तुति देंगे इसके बाद उन्हें जब बुलाया गया था तो उन्होंने बिना कोई फीस लिए किशोर दा के कार्यक्रम में प्रस्तुति दी और उन्होंने अपने मामा को मुकाम तक पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने किशोर दा के एक से एक हिट गानों की प्रस्तुति देकर समां बांधा था।