उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर जल्द रोशनी से होगा रोशन, पीएम मोदी अक्टूबर में करेंगे लोकार्पण, जानिए इसकी खासियत

मध्य प्रदेश की विश्व प्रसिद्ध नगरी में स्थित बाबा महाकाल का मंदिर परिसर के विस्तार का काम चल रहा है। पहले चरण का काम करीब पूरा हो चुका है। वहीं पहले चरण के कार्यों का लोकार्पण भी अक्टूबर महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दो चरणों में यह काम पूरा होगा। 702 करोड की लागत से इसका विस्तार किया जा रहा है। अब इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई है जो काफी मनमोहक नजर आ रही है।

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पहले चरण में इन 10 कार्यों का होगा उद्घाटन

महाकाल मंदिर परिसर का विस्तार दो चरणों में किया जाएगा जिसमें पहले चरण में मंदिर परिसर के 10 कार्यों का उद्घाटन किया जाएगा जिसमें शिव अवतार वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग कॉरिडोर, महाकालेश्वर वाटिकाए अर्थ पथ क्षेत्र, रूद्र सागर तट, विकास नूतन विद्यालय परिसर, गणेश विद्यालय परिसर, पार्किंग धर्मशाला, प्रवचन हाल व अन्य क्षेत्र के विकास कार्य भी इसमें शामिल किए गए हैं। जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अक्टूबर महीने में इसका लोकार्पण किया जाएगा।

मई-जून 2023 में काम पूरा करने का लक्ष्य

अगर दूसरे चरण की बात करें तो यहां पर मंदिर को 2.4 हेक्टेयर से 35 हेक्टेयर में तब्दील कर रहे हैं। दोनों ही चरण के लिए 702 करोड रुपए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। मंदिर को 2.4 से 35 हेक्टेयर में आने वाले 2 वर्षों का प्लान के अनुसार 2.5 साल में बना कर तैयार किया जाएगा ।वहीं मंदिर समिति व प्रदेश की शिवराज सरकार का मुख्य उद्देश्य ही है कि आस्था के साथ पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा दिया जाए। दूसरे चरण की अगर बात करें तो कार्य मई.जून 2023 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

400 करोड़ की लागत का यह कार्य होगा। इसमें महाराज बाड़ा परिसर का विकास रामघाट का सुंदरीकरण, पार्किंग, पर्यटन सूचना केंद्र ,छोटा रूद्र सागर तट का विकास ,सागर का जीर्णोद्धार, हरी फाटक पुल का चौड़ीकरण, रेलवे अंडरपास, रुद्रसागर पैदल पुल, महाकाल द्वार प्राचीन मार्गों का जीर्णोद्धार, बेगम बाग मार्ग का विकास, रुद्रसागर पश्चिम मार्ग का विकास और महाकाल जाने का मार्ग का विकास भी प्रस्तावित है। महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना पूरी हो जाने के बाद पूरे परिसर और आसपास के विकसित किए गए क्षेत्र में एक लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी एक समय में रह सकेगी। महाकालेश्वर मंदिर में होने वाले बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान आने वाली भीड़ को नियंत्रित करने में भी आसानी रहेगी। इसके अलावा सिंहस्थ 2028 को लेकर भी बड़ी सौगात है।

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मंदिर परिसर का विकास 6 घटकों में किया जा रहा

वहीं आपको खास बात बता देते हैं कि इस मंदिर परिसर का विकास 6 घटकों में किया जा रहा है। शहनाई द्वार के सामने बैटिंग हाल का निर्माण नंदीहाल का विस्तार एवं महाराज वाडा सम्मेलन, रुद्रसागर शिखर दर्शन विशेष तथा आपातकालीन अतिरिक्त प्रवेश निर्गम व्यवस्था विजिटर फैसिलिटी सेंटर टू का विकास व नागचंद्रेश्वर मंदिर दर्शन हेतु किया जाना है। इसके अलावा शहनाई द्वार के सामने की भूमि का अधिग्रहण कर महाकाल बनवा वेटिंग हॉल का निर्माण किया जाना है दो भागों में विकसित करने के साथ ही ऊपरी व निचला हिस्सा पुराने पूजनीय वृक्षों का संरक्षण करते हुए महाकाल वट का विकास किया जाएगा। इसके अलावा प्रोटोकोल ऑफिस एलईडी स्क्रीन वाला इट्स होंगी। वहीं पुलिस कंट्रोल रूम महाकालेश्वर परिसर के विकास के लिए मेटरनिटी हॉस्पिटल कंट्रोल रूम और व्यामशाला को हटाया जाना भी प्रस्तावित किया गया है।