मध्यप्रदेश के अजब-गजब पटवारी, प्राइवेट ऑफिस खोलकर जमीन सीमांकन-नामांकन के तय कर दिए रेट, कलेक्टर ने दिए ये सख्त निर्देश

मध्यप्रदेश में पटवारियों की नियुक्ति जमीन से जुड़े काम के लिए की जाती है, लेकिन वहीं पटवारी अब अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं ।दरअसल मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पटवारियों की गजब की मनमानी सामने आई है। दरअसल यहां पर पटवारियों की कई शिकायत मिल रही है, लेकिन इसी बीच इन पटवारियों ने अब अपने खुद के प्राइवेट ऑफिस खोल लिए हैं ।पटवारी इन्हीं ऑफिस में बैठकर काम पूरा कर रहे हैं। इतना ही नहीं पटवारियों ने हर काम के रेट अलग-अलग कर आमजनता को परेशान कर रहे है।

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कलेक्टर ने दिए 24 घंटे में ऑफिस बंद के आदेश

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से पटवारियों का गजब का मामला सामने आया है, जहां पर पटवारियों ने अपना खुद का निजी ऑफिस खोल लिया है। इतना ही नहीं इन पटवारियों ने अपने ऑफिस में अलग-अलग चीजों के रेट भी तय कर दिए हैं ।जैसे ही इन पटवारियों की शिकायत कलेक्टर को लगी तो सख्ती दिखाते हुए 24 घंटे में निजी स्तर पर खोले गए कार्यालय बंद करने के निर्देश जारी कर दिए है। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो छापामार कर कार्रवाई के साथ ही जांच भी की जाएगी।

एसडीएम और तहसीलदारों को दिए ये निर्देश

इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने जिलेभर के राजस्व अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिल रही है कि कई पटवारियों ने अपने निजी कार्यालय खोल लिए हैं। जिन पटवारियों ने कार्यालय खोल रखे हैं उन्हें बंद किए जाएं। कलेक्टर ने कहा यह भी देखा जाएगा कि शासकीय कार्यालय के समांतर कार्यालय खोलकर इस तरह की व्यवस्था चलाने के लिए उनके पास पैसा कहां से आया है। उन्होंने सभी एसडीएम और तहसीलदारों से कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में देखे कि पटवारियों ने कहां-कहां अपने कार्यालय खोल रखे हैं।

अधिकारियों से पूछा कि आपके क्षेत्र में पटवारियों की निजी कार्यालय खोले जाने की शिकायत मिल रही है। कलेक्टर ने तहसीलदार नितेश भार्गव राजेश सोनी और सिराज खान से विशेष तौर पर बात की है। तीनों अधिकारियों से पूछा कि आपके क्षेत्र में कुछ पटवारियों ने प्राइवेट कार्यालय खोल रखे हैं। इनके शिकायतें लगातार सामने आ रही है। इस संबंध में जहां कुछ तहसीलदारों ने अनभिज्ञता जाहिर की है ।वहीं अधिकांश तहसीलदार अचानक सामने आए हैं। इस मुद्दे पर आप कोई जवाब नहीं दे पाए हैं। चर्चा के दौरान पटवारी का नाम नाम भी सामने आया है जिसमें पता चला है कि इन पटवारियों ने निजी कार्यालय खोल रखा है। फिलहाल कलेक्टर के सख्त निर्देश के बाद जांच पड़ताल शुरू हो गई है।

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