मध्य प्रदेश की अनोखी पंचायत जहां ग्रामीणों से वसूला जाएगा स्वच्छता टैक्स, जाने क्यों लिया महिला सरपंच ने यह फैसला
Gram Panchayat Tax : स्वच्छता को लेकर शहर और गांव में काफी जागरूकता देखने को मिल रही है पहले जहां लोग घर के आजू-बाजू कहीं पर भी बड़ी संख्या में कचरा फेंक दिया करते थे। लेकिन अब ऐसा देखने में नहीं मिलता है अब बाकायदा रोज सुबह दरवाजे पर गाड़ी आती है। जिसमें सूखा और गीला कचरा फेंका जाता है। लेकिन इस तरह की सुविधा शहरों में ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन आज हम मध्यप्रदेश की एक ऐसी पंचायत की बात करने जा रहे हैं जहां पर भी हाल ही में स्वच्छता टैक्स सभी की अनुमति से पारित किया गया है।
महिला सरपंच ने यह फैसला गांव को स्वच्छ बनाने के लिए किया है जिसमें प्रत्येक माह हर परिवार को ₹10 की राशि देना होगी जिससे कचरा ले जाने वाली गाड़ी का खर्चा निकाला जाएगा। बता दें कि बड़ी संख्या में महिला सरपंच की अप्रैल की सभी ने सराहना की है और बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। दरअसल, यह पंचायत सतना के रामनगर ब्लॉक की ग्राम इटमा है। जो इन दिनों अपने अनोखी पहल के लिए काफी ज्यादा चर्चाओं का विषय बनी हुई है।
बता दें कि इस पंचायत की सरपंच महिला गीता पांडे है। जिन्होंने सुरक्षा के लिहाज से यह फैसला किया है जिसका गांव वालों ने भी सहयोग किया है अब प्रत्येक परिवार से हर महीने ₹10 लिए जाएंगे और जिसे स्वच्छता के लिए खर्च किया जाएगा। यह अनोखी पहल लोगों को काफी ज्यादा पसंद आ रही है। और यह ग्राम पंचायत इन दिनों काफी ज्यादा चर्चाओं का विषय बनी हुई है। स्वच्छता को लेकर लोगों में पहले काफी ज्यादा जागरूकता देखने को मिल रही है लेकिन ऐसे में यह सराहनीय कदम लोगों को और भी काफी जागरूक करता हुआ नजर आएगा।
स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी बढ़ेगी
MP गजब है, सतना जिले के बड़ा इटमा गांव में हर घर पर लगा 10 रुपये प्रति महीने का स्वच्छता शुल्क #satna #सतना #tax #panchayat pic.twitter.com/2wWt8iSS3B
— Rakesh kumar patel (@NanheRakesh) October 31, 2022
गौरतलब है कि यहां पंचायत काफी ज्यादा बड़ी है जहां पर 7000 लोग से ज्यादा रहते हैं। इतना ही नहीं 3000 से ज्यादा मतदाता भी यहां पर रहते हैं। ऐसे में सभी द्वारा इस विषय में पहले बातें की गई और सभी की सहमति के बाद किस नियम को पारित किया गया। इस टैक्स को लेकर सभी का मानना है कि इससे लोगों के बीच में और ज्यादा जागरूकता बढ़ेगी और स्वच्छता को लेकर भी कड़े इंतजाम किए जा सकेंगे। इतना ही नहीं इससे पंचायत की भी आमदनी बढ़ेगी जिन्हें उचित कार्यों पर खर्च किया जाएगा।
पंचायत में आने वाले सभी ग्रामीणों ने इस फैसले का ताली बजाकर स्वागत किया है इतना ही नहीं इस प्रस्ताव में यह भी बातें हुई है कि आने वाले समय में यदि सबकी सहमति रहती है तो इस टैक्स को ₹10 से बढ़ाकर और ज्यादा भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं स्वच्छता के अलावा भी कई तरह के नियम पारित किए गए हैं जिसमें स्वच्छता के साथ ही पौधारोपण और अन्य शासकीय कार्यों की भी पहल की जाएगी आपको बता दें कि मध्य प्रदेश का यह गांव इन दिनों अपने इस अनोखे कार्य के लिए काफी सुर्खियों में है।