मध्यप्रदेश में हुआ अनूठा पुनर्विवाह, सास-ससुर ने किया बहु का कन्यादान और दामाद के लिए ले गए बारात
Unique Remarriage: भारत विविधताओं वाला देश है जहां सभी समाजों में अपनी-अपनी परंपराएं है। सामाजिक नियमों में रहकर व्यवहार करने से समाज में एक अनुशासन बना रहता है।। धीरे-धीरे समाज में पुराने समय से चली आ रही कुरीतियां समाप्त हो रही है जैसे कि दहेज प्रथा, बाल विवाह। भारतीय समाज में व्याप्त एक और कुरीति है पुनर्विवाह जिसका प्रभाव केवल महिलाएं पर ही देखने को मिलता है। भारतीय युवाओं में वह क्षमता है कि वह किसी भी प्रकार की सामाजिक या राजनीतिक क्रांति ला सकते हैं ऐसे में युवाओं ने पुनर्विवाह के प्रचलन को मजबूती से महिलाओं के पक्ष में रखा है।
पुनर्विवाह को लेकर खंडवा मध्य प्रदेश से एक अनोखा ही मामला प्रकाश में आया है। भारत का यह पहला ही अनोखा मामला होगा जहां ससुराल पक्ष ने विधवा बहू और विधुर दामाद के लिए जीवनसाथी तलाश किए और उनकी शादी कराई। सास ससुर ने बहू को बेटी समझ और दामाद को बीटा समझ एक दूसरे का जीवन साथी बना दिया। दरअसल यह मामला खरगोन के निवासी रामचंद्र राठौर और गायत्री राठौर के पुत्र अभिषेक राठौर का है जिसकी 5 वर्ष पहले हार्टअटैक से मृत्यु हो गई थी।
बहु का किया कन्यादान
बेटे अभिषेक राठौर की इस दुखद घटना से रामचंद्र राठौर और गायत्री राठौर बुरी तरह से टूट गए थे। अभिषेक राठौर अपने पीछे पत्नी मोनिका और 7 साल की बेटी दिव्यांशी को छोड़ गए थे। एक तरफ जहां माता पिता अत्यधिक दुख में थे वही मोनिका और दिव्यांशी का जीवन पूरी तरह से उदास के अँधेरे में चला गया था। मोनिका और दिव्यांशी की यह उदासी सास ससुर से देखी नहीं गई और उन्होंने सामाजिक मान्यताओं को पीछे छोड़ मोनिका का पुनर्विवाह करने का निर्णय लिया।
रामचंद्र राठौर और गायत्री राठौर को मोनिका के लिए जीवनसाथी ढूंढने में काफी मेहनत करनी पड़ेगी और 5 वर्षा के बाद उनकी यह तलाश पूरी हुई। खंडवा निवासी मोहनलाल राठौड़ जिनकी बेटी का कोरोना के समय निधन हो गया था उन्हें भी अपने दामाद के लिए जीवनसाथी की तलाश थी। मोहनलाल के दामाद दिनेश को पत्नी समिता से 2 बेटियां थी। मोहनलाल राठौड़ और पत्नी शकुंतला राठौर रामचंद्र राठौर और गायत्री राठौर की तरह ही अपने दामाद के लिए जीवन साथी तलाश रहे थे। शनिवार के दिन दोनों परिवारों ने गायत्री मंदिर में गायत्री पद्धति से खंडवा न्यायालय में दिनेश और मोनिका का पुनर विवाह संपन्न कराया।