Indore निगम अफसरों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे रहवासी, 1 साल पहले बनी टंकी अब भीषण गर्मी में बूंद-बूंद पानी को तरस रही पूरी कॉलोनी

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नगर निगम के अफसरों और कर्मचारियों की मनमानी का खामियाजा रहवासी भुगत रहे। दरअसल इंदौर के तेजाजी नगर की शर्मा कॉलोनी में करीब 1 साल पहले तैयार हो चुकी पानी की टंकी अब तक कॉलोनी के रहवासियों को पानी नहीं दे पाई है, जबकि भीषण गर्मी की वजह से क्षेत्र में पानी की समस्या से रहवासी परेशान है और वहां पानी खरीद कर अपना गुजारा कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार रहवासियों की परेशानियों को अनदेखा किया जा रहा है। एक तरफ स्वच्छ शहर इंदौर में पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए लेकिन कुछ लापरवाही अधिकारियों का खामियाजा अब इन भोले भाले रह वासियों को भुगतना पड़ रहा है।

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बूंद-बूंद पानी को तरस रहे क्षेत्र के रहवासी

जानकारी के अनुसार और खुलासा फर्स्ट न्यूज़ पेपर में छपी खबर की माने तो तेजाजी नगर क्षेत्र में नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च कर वार्ड 77 में पानी की टंकी का निर्माण कराया था, लेकिन टंकी को बने 1 साल से ऊपर हो चुका है, लेकिन अभी तक जोशी कॉलोनी में पानी का वितरण शुरू नहीं किया गया है। जबकि इस कॉलोनी में करीब 2000 परिवार रहते हैं जो अब बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। पानी से परेशान रहवासियों ने कई बार जोन क्रमांक 13 के जोनल अधिकारी और वार्ड के जल यंत्रालय प्रभारी गौरव वर्मा से भी पानी की शिकायत की लेकिन हमेशा इनकी सुनवाई को अनदेखा ही किया गया है।

1 साल से पानी बाट जोह रहे रहवासी

जानकारी मिली है यह वार्ड आजाद नगर मे आता है जहां नगर निगम ने विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर डाले है, लेकिन रहवासियों को उन खर्च किए गए पैसों का अभी तक किसी भी तरह से लाभ नहीं मिल पाया है। इसको लेकर रहवासियों ने कई बार शिकायत की है लेकिन किसी ने भी इनकी सुनवाई नहीं की है। रहवासियों की माने तो टंकी में कॉलोनी तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन जोड़ने वाले पाइप लाकर रख दिए हैं, लेकिन नगर निगम की लापरवाह अफसरों के द्वारा अभी तक कॉलोनी में पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई, जबकि यहां पर पानी की टंकी बनी हुई जो अब एक शोपीस बनकर रह गई है और यहां रह रहे रहवासी पानी की बूंद बूंद को तरस रहे है।

जोनल अधिकारी कुछ भी कहने बचते आए नजर

वहीं जब इस मामले में मीडिया ने जोन क्रमांक 13 के जोनल अधिकारी से पानी सप्लाई की जानकारी मांगी तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया और इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहते नजर आए कि इस बारे में जलायंत्रालय का प्रभारी ही कुछ बता सकता है। यानी कि यहां पर सभी अफसर लापरवाही बरत रहे तो अधीनस्थ कर्मचारी भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा अब यहां रहने वाले रहवासी भुगत रहे जो खरीद कर पानी पीने को मजबूर है जबकि तेजाजी नगर क्षेत्र में बनिए टंकी पूरे क्षेत्र को पानी पिला सकती है।

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जानिए इनका क्या कहना

वहीं जब इस मामले में जलायंत्रालय जोन क्रमांक 13 के उपयंत्री गौरव वर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि उन्होंने 6 माह पहले ही पाइपलाइन डालने का प्रस्ताव नर्मदा विभाग को भेज दिया है, लेकिन अब तक इस पाइपलाइन को डालने की मंजूरी नहीं मिली। इसकी मंजूरी मिलने के बाद ही पाइपलाइन डाली जाएगी और इसके बाद ही इस कॉलोनी में पानी का सप्लाई शुरू किया जाएगा। वार्ड क्रमांक 77 के पार्षद पुष्पेंद्र चौहान से बात की गई तो उनका कहना है कि हमने पाईप डालने का प्रयास किया था लेकिन नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से अब तक काम अधूरा पड़ा हुआ है। यानी कि यहां पर एक दूसरे की लापरवाही का खामियाजा अब भोले भाले रहवासियों भुगत रहे हैं।

जब इस मामले को लेकर नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव से बात की गई तो उनका कहना था कि पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव मिल गया है। जांच के बाद इस को मंजूरी भी दी जाएगी उसके बाद पाइप डालने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बहरहाल अब देखना यह होगा जोशी कॉलोनी में रहने वाले रहवासियों को कब तक पानी मिल पाता है या फिर वहां इसी तरह शोपीस बनी टंकी को देखते हुए अपने निजी खर्च से पानी खरीद कर पीने को मजबूर रहेंगें।