मध्य प्रदेश के जेल में पदस्थ महिला अधीक्षक जिन्हे लोग कहते है शेरनियां, जिनसे कांपते है अपराधि
Women Officers Madhya Pradesh: आम इंसान की पुलिस और जेल का नाम सुनते ही सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है। कई पुलिस अधिकारी ऐसे हैं जिनका नाम सुनते ही अपराधी थरथरा कर कांपने लगते हैं। लेकिन क्या कभी आपने किसी महिला अधिकारी का इतना खौफ देखा है कि बड़े से बड़ा अपराधी भी उनके नाम से डर जाता हो? आज हम आपको मध्य प्रदेश की ऐसी ही महिला अधिकारी से रूबरू कराएंगे जिनका नाम सुनते ही अपराधियों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
वर्तमान में मध्य प्रदेश में कुल 11 सेंट्रल जेल है जिनमें 130 जेल और उप जेल है। इन जेलों में महिला अधिकारियों का अपना अलग ही रुतबा है जिससे बड़े से बड़े अपराधियों के हौसले पस्त हो जाते हैं। इन जेलों में पदस्थ महिला अधिकारियों की सूची इतनी बड़ी है जिसे इस आर्टिकल के माध्यम से पूरा नहीं किया जा सकता है। आज हम आपको उन चुनिंदा महिला अधिकारियों से रूबरू कराएंगे जिन्होंने अपनी एक विशेष पहचान बनाई है।
अलका सोनकर (Alka Sonkar)
सेंट्रल जेल इंदौर में पदस्थ अधीक्षक अलका सोनकर ने वर्ष 2005 में पीएससी में द्वितीय स्थान हासिल किया था। उस समय अलका सोनकर को डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट पर अपनी सेवाएं देने का मौका मिला था लेकिन फिर भी उन्होंने जेल विभाग को चुना। उनका मानना है कि जेल विभाग में अधीक्षक के रूप में कार्य करना एक चुनौती है और इसका क्षेत्र भी विस्तृत है। उनका मानना है कि इस तरह से हम समाज सुधार में अपना योगदान दे सकते हैं। अलका सोनकर ने कैदियों के स्वास्थ्य और उनके खाने की गुणवत्ता पर विशेष कार्य किया है।
उषा राज (Usha Raj)
भैरवगढ़ जेल उज्जैन में पदस्थ अधीक्षक उषा राज अपनी कार्यप्रणाली के लिए हमेशा चर्चा में रहे हैं। जेल अधीक्षक उषा राज ने अपने कार्यकाल में अनियमितता और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई है। अधीक्षक उषा राज का यह मानना है कि वह कभी भी परिस्थितियों से घबराती नहीं है बल्कि ज्यादा शिद्दत के साथ कार्य करती है। आपने जेल में हो रही कई अनियमितताओं पर कड़ाई से रोक लगाई है जिससे अपराधियों में आपका खौफ है।
शेफाली तिवारी (Shephali Tiwari)
नरसिंहपुर जेल की अधीक्षक शेफाली तिवारी जिन्होंने जेल के नीरस, कुंठा और पश्चाताप से भरे माहौल को बदलने का प्रयास किया और उसमें सफल भी हुई। अधीक्षक शेफाली तिवारी के कार्यों को हमेशा से ही सराहना मिली है क्योंकि उन्होंने देश, समाज और अपने विभाग के लिए हमेशा से ही कुछ नया करके दिखाया है। अधीक्षक शेफाली तिवारी ने अपने कार्यों से हमेशा प्रेरित किया है। अधीक्षक शेफाली तिवारी के द्वारा किए गए प्रयोगों का कैदियों के जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ा है।