विदेश में सीधे फसल बेचने का दे आइडिया तो सावधान, कहीं मध्यप्रदेश के इन किसानों जैसे ना हो जाए हाल

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में धोखाधड़ी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं ।अब ताजा मामला सामने आया है, जहां पर आरोपियों ने किसानों को निशाना बनाया है। इन आरोपियों ने किसानों को बिजनेस का नया आइडिया देकर उनका माल मंडी की बजाए सीधा विदेश बेचने का सपना दिखाया। इसके बाद किसान भी इनके जाल में फंस गए और करीब 40 किसानों के करोड़ों रुपए लेकर दुबई भाग गए। बताया जा रहा है कि आरोपी महाराष्ट्र, गुजरात, झाबुआ, खरगोन के रहने वाले हैं। इन किसानों ने जब इन आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने जानमाल की धमकी दी है।

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भोले-भाले किसानों से 40 करोड़ की ठगी

दरअसल मध्यप्रदेश में अब आरोपियों की रडार पर किसान भी आ गए हैं। ऐसे में आरोपियों ने कई किसानों को जाल में फंसाया है। इसमें बड़वानी समेत कई जिलों के आदिवासी किसान शामिल है। इसके अलावा फर्म के कई संचालक भी शामिल है। जिन से करीब आरोपियों ने 40 करोड रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। बता दें कि इन आरोपियों ने किसानों के चेक उत्पाद कपास व सोयाबीन से लेकर कई फसलों की राशि उनके पास रख ली है। जब इनसे किसानों ने उस राशि की मांग की तो उन्हें दुबई के डॉन से जान से खत्म करवाने की धमकी दी है। इसके बाद सभी आरोपी अपने परिवार के साथ दुबई फरार हो गए हैं।

शिकायत पर इन लोगों पर मामला दर्ज

अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी की घटना के बाद सभी पीड़ित किसान पुलिस थाने पहुंचे। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने भीम नायक कृषक उत्थान समिति के अध्यक्ष प्रकाश बरेला निवासी सेंधवा की शिकायत पर फेयर शॉट सर्टिफिकेशन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हिमांशु पाठक, खरगोन सोशल सर्टिफिकेशन सर्विसेज के डायरेक्टर तुषार पाठक व वसुंधरा रेखा बहन पटेल पति दिनेश पटेल समेत कई कसरावद निवासी के साथ ही इंदौर के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है।

2013 में बनाई थी किसानों की ये संस्था

इस मामले में फरियादी ने जानकारी देते हुए कहा कि 2013 में आदिवासी किसानों की जैविक खेती के लिए एक संस्था बनाई थी। इसमें 21 लोगों को जोड़ा गया था। इस दौरान आरोपियों ने संपर्क किया और जैविक खेती के लिए केंद्र सरकार की प्रक्रिया पूरी करने व अन्य प्रक्रिया का काम ले लिया। बताया जा रहा है कि इन्होंने 3 साल में किसानों की फसल का 10653 मेट्रिक टन कपास, 25237 टन जैविक सोयाबीन, बेच दिया है। ऐसे में करीब 40 करोड़ की धोखाधड़ी की है। इन आरोपियों ने मध्य प्रदेश के 12 जिलों के किसानों को ठगा है। जिसमें रतलाम, झाबुआ, बैतूल, छिंदवाड़ा, नीमच, मंदसौर, अलीराजपुर, धार, बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, रतलाम, शामिल है। फिलहाल पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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