स्कूल शिक्षा मंत्री ने ड्रेस कोड वाले बयान पर दी सफाई, सत्ता संगठन की फटकार के बाद कही ये बात

मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मंगलवार को प्रदेश भर के स्कूलों में एक ड्रेस कोड लागू करने को लेकर बयान दिया था । बुधवार को इस बयान पर सफाई देते हुए इंदर सिंह परमार ने बयान को वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को मीडिया के माध्यम से तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। स्कूलों में ड्रेस कोड लागू करने को लेकर अभी तक कोई भी विचार नहीं किया जा रहा है। दरअसल इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने अपने बयान में कहा कि इसे मध्य प्रदेश में हिजाब को पूरी तरह बैन कर प्रदेश भर के सभी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए एक ड्रेस कोड लागू किया जाएगा।

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गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दिया बड़ा बयान

वहीं बुधवार को इस मामले पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का भी बयान सामने आया है। नरोत्तम मिश्रा ने इस पर बयान देते हुए कहा कि कोई भी विवाद नहीं है। ऐसे कोई भी प्रस्ताव मध्य प्रदेश सरकार में भी विचारधीन नहीं है। इससे कोई भी भ्रम की स्थिति पैदा ना करें यह विवाद है वहां पर हाईकोर्ट में मामला लंबित है।

कांग्रेस विधायक ने हिजाब का किया विरोध

वहीं इसको लेकर कांग्रेस के विधायक मसूद ने भी ट्वीट करते हुए हिजाब बैन करने का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि देश संविधान से चलेगा जो बाबासाहेब अंबेडकर ने दिया था । देश गोडसे की विचारधारा और आपकी शर्तों से नहीं चलेगा। मध्य प्रदेश सरकार में जो भी इस तरह का प्रस्ताव होगा उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और ऐसे किसी भी प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जायेगा ।

सभी स्कूलों के विद्यार्थियों का होगा एक ड्रेस कोड

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कर्नाटक में कुछ स्कूल और कॉलेजों में छात्रों के हिजाब बेन के बाद अब मध्य प्रदेश में भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने अपने बयान में कहा कि इसे मध्य प्रदेश में पूरी तरह बैन कर प्रदेश भर के सभी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए एक ड्रेस कोड लागू किया जाएगा।

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वहीं 10वीं और 12वीं के पेपर को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि बड़े प्रश्नों को छोड़कर लघु प्रश्न ज्यादा देने का निर्णय लिया गया है। इन पेपरों को सरल किया जाएगा इसके साथ ही 70 प्रतिशत प्रश्न सिलेबस से ही पूछने की बात कही गई है। जिससे बच्चों को जवाब देने में आसानी रहेगी। 10वीं 12वीं के फॉर्म की फीस पर इंदर सिंह परमार ने कहा कि इस तरह से कम करने के लिए सरकार निर्णय करेगी इसके साथ ही 5वीं और 8वीं की परीक्षा बोर्ड की तरह ही होगी।