OMG: भिंड के श्मशान में बने महाकाल मंदिर में हुआ बड़ा चमत्कार, 4 घंटे तक खुद-ब-खुद हिलता रहा घंटा

Miracle in Mahakal Temple : आपने अक्सर देखा ही होगा कि मुक्तिधाम में देवी देवताओं के मंदिर जरूर बनाए जाते हैं। ऐसे बहुत कम ही मुक्तिधाम ऐसे देखने में आते हैं जहां पर किसी भी भगवान का मंदिर मौजूद नहीं रहता है ज्यादातर मुक्तिधामों में भगवान के मंदिर बने हुए मिल जाते हैं। जहां से कई बार बड़े-बड़े चमत्कार होने की भी खबरें सामने आती रहती है। हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ है मध्यप्रदेश के भिंड शहर के धर्मपुरी मुक्तिधाम में मौजूद शंकरजी के मंदिर में हुआ।

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Bhind Shiv Temple Magic

जहां अचानक ही मंदिर में मौजूद घंटा बजता हुआ नजर आया इस नजारे को देखकर मंदिर में मौजूद पुजारी भी एक बार तो डर गए। लेकिन जब उन्होंने भगवान का चमत्कार देखा तो वे खुद आश्चर्यचकित रह गए। बताया जाता है कि यह घंटा अपने मन से पूरे 4 घंटे तक बस का हुआ नजर आया यहां नजारा शाम को 6:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक देखने को मिला जैसे ही इस चमत्कार के बारे में लोगों को जानकारी मिली बड़ी संख्या में लोग इस चमत्कार को देखने पहुंचे।

4 घंटे हिलता रहा घंटा

वहीं मंदिर के पुजारी मुनीम शर्मा ने विषय में जानकारी देते हुए बताया कि वह हमेशा की तरह अपने समय पर भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए मंदिर में पहुंचे हैं। लेकिन जैसे ही उन्होंने मंदिर के कपाट खोले उन्हें यह करेंगी नजारा देखने को मिला जिसे देखकर वह खुद इतने ज्यादा डर गए थे। उन्होंने फौरन जाकर लोगों को इस बात की जानकारी दी और दुकानदार को बुलाया लोगों ने यह नजारा देखा तो सभी आश्चर्यचकित है।

लोगों ने देखा कि बड़ी मोटी जंजीर से बंधा घंटा अपने आप ही बजता हुआ नजर आ रहा है यह नजारा पूरे 4 घंटे तक लोगों को देखने को मिला इस दौरान जैसे जैसे लोगों को जानकारी मिलती गई सभी लोग मुक्तिधाम के मंदिर में इस नजारे को देखने के लिए पहुंचे। जहां एक और लोग इस नजारे को चमत्कार के रूप में देख रहे हैं तो वही विशेषज्ञों का कहना है कि भूमि में होने वाली हलचल की वजह से इस तरह की हालचाल घंटे में भी देखने को मिली।

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गौरतलब है कि यह पूरा मामला रविवार का है हर रोज की तरह पुजारी जिस दिन भी भगवान की पूजा करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने यहां नजारा देखा उन्होंने इस बात को लोगों तक पहुंचाया, और बड़ी संख्या में सभी लोग महाकाल के मंदिर में इस नजारे को देखने के लिए पहुंचे। फिर बाद में सभी ने पूजा अर्चना करते हुए इस चमत्कार को अपनी आंखों से देखा।