मध्यप्रदेश में ल​ड़कियों ने किया ये कमाल, 1 हजार लड़कों पर हो गई 1021 लड़कियां, मुख्यमंत्री ने कहीं ये बात

मध्यप्रदेश में एक समय वहां था जब लड़कियों की संख्या लड़कों से बहुत कम की थी। बेटी और बेटियों में भेदभाव किया जाता था, लेकिन जब से मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा लाडली लक्ष्मी योजना, सुकन्या योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं चलाई गई। तब से बेटे और बेटियों में भेदभाव नहीं किया जाता है और इसके बाद लड़कियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी तरह अब मध्यप्रदेश में बेटियों की संख्या अधिक हो गई है। इस मामले में मंदसौर जिले में कमाल ही कर दिया है। यहां पर लड़कों से ज्यादा लड़कियों की संख्या हो गई है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुशी जताई है और जिले भर में जश्न मनाने की बात कही है।

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1 हजार लड़कों पर 1021 पहुंचीं लड़कियों की संख्या

दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंदसौर और झाबुआ जिले की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कलेक्टरों से चर्चा करते हुए डोडा, चूरा के तस्करों और अफीम के तस्करों को सख्ती से कुचलने की बात कही है। वहीं प्रदेश में घट रहे सांप्रदायिक घटनाओं और तनाव को सामाजिक पहले ही निपटा लेने की बात कही है। इसके अलावा उन्होंने धर्मांतर, पशु तस्करी और लव जिहाद जैसे मामलों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिंगानुपात के मामले में कहा कि मंदसौर जिले का लिंगानुपात बढ़ गया है। यहां पर लड़कों की संख्या लड़कियों की संख्या से कम है। यानी कि 1000 लड़कों पर 1021 लड़कियां हो चुकी है। इसके लिए उन्होंने जिले वासियों से उत्सव मनाने की बात कही है।

कलेक्टर को मुख्यमंत्री ने दिए ये निर्देश

बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर कलेक्टर गौतम सिंह से कई तरह के मुद्दों पर चर्चा करते हुए योजनाओं की स्थिति पर भी चर्चा की है। इसके साथ ही कलेक्टर को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए है। इस दौरान इस बैठक में विधायक और मंत्री हरदीप सिंह डंग और जगदीश देवड़ा जुड़े रहे। इसके साथ ही लहसुन को ब्रांड बनाने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे हमने उत्पाद योजना में शामिल किया है। वहीं देश विदेश में इसको एक्सपोर्ट कर रहे हैं। इसकी मार्केटिंग को और बेहतर किया जाए जिससे यह फेमस हो सके। इसके साथ ही मंदसौर का गौरव दिवस बड़े स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उत्सव को भगवान पशुपतिनाथ से जोड़कर भी मना सकते हैं।

वहीं इस बैठक में कलेक्टर से पेयजल की स्थिति को लेकर भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवाल किया है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में पेयजल की स्थिति इस समय संतोषजनक है। जिले में कहीं भी किसी भी तरह की पानी की समस्या का संकट उत्पन्न नहीं हो रहा है। वहीं नए मोड़ पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। मांग के अनुसार परिवहन से पेयजल किया जा रहा है। इसके साथ ही कलेक्टर को निर्देश देते हुए कहा कि नारकोटिक्स पुलिस को सक्रिय करें और डोडा चूरा और अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय तस्करों को सख्ती से कुचला जाए।

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