MP: लापरवाही बरतने वालों पर शिवराज सरकार का शिकंजा, इन 4 कर्मचारियोंं को किया निलंबित, 6 को थमाया शौकाज नोटिस

मध्यप्रदेश में भ्रष्ट और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिवराज सरकार लगातार शिकंजा कसती जा रही है। एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत और समस्याओं का निराकरण नहीं करने वाले कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। जिसमें कई अधिकार कर्मचारियों को निलंबित करने के साथ कुछ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। इसके साथ ही इन्हें 24 घंटे में इसका जवाब देने की बात कही है।

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विगत दिनों यूक्रेन और रूस के बीच यूक्रेन में फंसी विदिशा की एक छात्रा को वापस लाने के लिए उनकी मां ने सीएम हेल्पलाइन से शिकायत मांगी थी, लेकिन इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने शर्मनाक जवाब दिया जिसके बाद भी कई तरह के सवाल उठे थे, लेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार कुछ अधिकारियों कर्मचारियों पर सीएम हेल्पलाइन पर लापरवाही बरतने वाले वरिष्ठ कृषि विभाग के अधिकारी को कारण बताओ नोटिस थमा दिया तो वहीं कई अधिकारियों कर्मचारियों को कार्य से निलंबित कर दिया गया है।

इन अधिकारियों को थमाया कारण बताओ नोटिस

राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा हर सप्ताह समस्त युवाओं से समीक्षा करते हैं। इस दौरान उन्हें कई तरह की समस्या और शिकायत सुनने को मिलती है। बीते दिनों कलेक्टर लवानिया ने कर्तव्य के पालन में लापरवाही बरतने वाले वरिष्ठ कृषि विभाग अधिकारी पीएस गोयल और प्रबंधक संचालन आरपी हजारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक भोपाल को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है। इसके साथ ही दोनों अधिकारियों को 24 घंटे में नोटिस का जवाब देने की बात कही है तो वही उनके वेतन भी रोक दिया गया है।

इन अधिका​री कर्मचारियों को किया निलंबित

इसके अलावा कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अमझेरा गांव में बिजली बिलों में गड़बड़ी पाए जाने के बाद एक लाइनमैन को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि मीटर रीडिंग करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी है। जानकारी अभी मिली कि उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने अजमेरा गांव पहुंचकर बिल से संबंधित शिकायत की सुनवाई की थी । इस दौरान सहायक प्रबंधक अंकित विमल वर्तमान प्रबंधक एसएस मलिक और संजय कुमार को शोकाज नोटिस जारी किया गया है तो वहीं एक आउटसोर्स कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

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इसी तरह एक कार्रवाई बदनावर में हुई है, जहां नगर परिषद के फर्जी हस्ताक्षर कर दुकानदार को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। इस मामले में पदस्थ सहायक राजस्व निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया तो वहीं विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए है। वहीं धार जिले के बदनावर में लाला लाजपत राय राजमार्ग निवासी शैलेंद्र कुमार की दुकान नगर परिषद द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। इस मामले में राजेश राठौर द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। वहीं सीएमओ आशा भंडारी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए इन अधिकारियों को नोटिस जारी किया है और निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए है।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी पर लापरवाही बरतने के खिलाफ लगातार शिकंजा कसा जा रहा है बीते दिनों भी कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है तो वहीं कई पटवारियों को भी निलंबित किया है। ऐसे ही अगर लापरवाही के मामले सामने आते रहे तो सरकार लगातार शिकंजा कसने की कार्रवाई जारी रखेगी।