UPSC क्लियर करने वाली स्टूडेंट ने साझा किया अनुभव, बताया इंटरव्यू में इसलिए पूछे जाते है अजीबो-गरीब सवाल

यूपीएससी 2021 सिविल सर्विसेज परीक्षा का परिणाम बीते दिनों घोषित किया गया था। जिसमें देश के कई होनहार युवाओं ने इसमें बाजी मारी है। इसी तरह यूपीएससी परीक्षा में धनबाद की एक बेटी श्रेष्ठा ने यूपीएससी परीक्षा में 444 वां स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह देश की तीन बेटियों ने इस परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। वहीं धनबाद की बेटी से श्रेष्ठा ने सफलता हासिल करने के बाद मीडिया के समक्ष अपने अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू के राउंड में 190 अंक मिले थे जोकि स्कोर माना जाता है।

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इंटरव्यू में पूछे अजीबों-गरीब सवाल

दरअसल यूपीएससी परीक्षा को क्लियर करने का सपना हर युवा देखता है, लेकिन इसमें मेहनत काफी लगती है ।खुद को किताबों में झोंकना पड़ता है तब कहीं जाकर सफलता मिल पाती है। ऐसे में श्रेष्ठा ने बताया कि पॉलिटिकल साइंस इसलिए ज्यादातर सवाल उसी विषय से जुड़े पूछे गए हैं ।हालांकि आए दिन आप सुनते या पढ़ते होंगे कि यूपीएससी के इंटरव्यू में कैंडिडेट से अजीबोगरीब सवाल पूछे गए हैं। ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जो शायद आपने सुने भी नहीं होंगे। आप सोचते होंगे कि इन सवालों का यूपीएससी से क्या लेना देना है।

श्रेष्ठा से पूछा था ये अजीब तरह का सवाल

श्रेष्ठा ने मीडिया के समक्ष अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि इंटरव्यू के दौरान एक फ्रेंड लिस्ट में उनसे सवाल पूछा। बताइए आपने जो साड़ी पहन रखी है वहां कौन सी है। श्रेष्ठा ने कहा इसका सटीक जवाब उन्हें नहीं पता था, लेकिन इससे उनके परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा। प्लेलिस्ट के सवाल का जवाब देते हुए श्रेष्ठा ने कहा साड़ी के बारे में तो मैं बहुत अधिक नहीं जानती पर इसका मटेरियल सिल्क है, जो काफी सुंदर है। डीएवी कोयला नगर की पूर्व छात्रा ने इसके बाद जो सवालों का सिलसिला शुरू हुआ वहां करीब आधे घंटे तक चलता रहा।

नार्मल बातचीत से शुरू होता है इंटरव्यू

श्रेष्ठा ने आगे बताया कि यूपीएससी कार्यालय के बाहर वहां आधे घंटे पहले ही पहुंच गई थी। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू के लिए 5 से 6 पैनल होते हैं और हर एक पैनल करीबन 6 उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेता है। बता दें कि बातचीत से इंटरव्यू शुरू करता है जिसमें वहां आपकी पर्सनैलिटी चेक करता है और देखता है कि आप एक अधिकारी बनने लायक है या फिर नहीं है। पैनल में शामिल अधिकारी कई बार आपको सहज करने के लिए आपसे हल्के सवाल पूछते हैं। श्रेष्ठा ने कहा कि 25 से 30 मिनट तक उनका इंटरव्यू चला इसमें उनसे कई विषय से जुड़े सवाल पूछे गए थे।

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2 साल तक मेहनत करने के बाद मिली सफलता

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि श्रेष्ठा में डीएवी कोयला नगर में वर्ष 2014 में 11वीं में दाखिला किया। 12वीं तक यही पढ़ाई की इसके बाद दिल्ली के मीरांडा हाउस में b.a. में एडमिशन लिया और वही लेकर यूपीएससी की पढ़ाई की। उन्होंने बताया कि यूपीएससी में सफलता ऐसे ही नहीं मिल जाती है। उन्होंने इसके लिए 2 साल तक मेहनत की अखबार और एनसीईआरटी की किताबों पर सबसे अधिक फोकस किया जिससे उनको अच्छा स्कोर मिला है। उन्होंने कहा कड़ी मेहनत करने से बेहतर है। रिवीजन पर पूरा ध्यान दें जिससे ही सफलता मिल पाती है। 4 साल बाद धनबाद आई और श्रेष्ठा को डीएवी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. श्रीवास्तव और प्राचार्य श्रीवास्तव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया है।