मध्यप्रदेश में मीटर रीडिंग में हो रहा बड़ा बदलाव, अब बिजली उपभोक्ताओं पर होगा ये असर, जानिए

मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी लगातार अपनी सर्विस में बदलाव कर रही है। एक तरफ जहां प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी की जा रही है तो दूसरी तरफ अब मीटर रीडिंग चक्र में भी बदलाव करने की तैयारी की जा रही है। मीटर रीडिंग की तारीख से 10 दिन के अंदर उपभोक्ताओं को बिल जमा करने की आखिरी तारीख दी गई है। बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुए अब पेपरलेस बिलिंग की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। यानी कि अब बिजली उपभोक्ताओं के घर बिजली कर्मचारी बिजली बिल लेकर नहीं आएंगे, बल्कि पेपर लेस बिलिंग करना होगी।

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इस तरह भरना होगा बिजली का बिल

बता दें कि प्रदेश भर में अब स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही अब पेपर लेस बिलिंग की सुविधा भी शुरू हो गई है। बिजली उपभोक्ताओं को मोबाइल नंबर बिजली कंपनी की बिलिंग प्रणाली में दर्ज है। ऐसे में मीटर रीडिंग होते ही एक एसएमएस के जरिए बिल दिया जाएगा। इसमें एक लिंक आएगा उस पर क्लिक कर ओपन कर उपभोक्ताओं को ऑनलाइन तुरंत ही बिल जमा कर सकेगा। इस बिल को जमा करने की आखिरी तारीख के बाद बिल जमा करने पर पेनल्टी भी लगाई जाएगी।

एसएमएस के द्वारा मिलेगी सभी जानकारी

बिजली कंपनी ने राजधानी भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल संभाग के 16 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं से अपने मोबाइल नंबर को कंपनी की बिलिंग प्रणाली में पंजीकृत कराने के लिए कहां है। इस तरह के प्रणाली से बिजली उपभोक्ताओं को काफी लाभ मिलेगा ।अब उन्हें s.m.s. से ही बिजली बिल रीडिंग की जानकारी के साथ ही बिजली संबंधी सभी जरूरी सूचनाएं में जानकारी मिल जाएगी।

मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के तरफ से अब एक तरफ स्मार्ट मीटर लगाया जा रहे हैं तो दूसरी तरफ अब पेपरलेस बिलिंग ही शुरू हो गई है। यानी कि अब बिजली बिल में किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रह गई है। इसके अलावा कई जगह मीटर में छेड़खानी के मामले भी सामने आ रहे थे, लेकिन इस स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद इसमें भी गड़बड़ी के मामले सामने नहीं आएंगे और धोखाधड़ी भी रुकेगी। अगर ऐसा होता है तो बिजली उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। वहीं पेपर लेस बिलिंग होने से बिजली कंपनी के बिजली बिल का खर्च भी कम हो जाएगा।

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