ये है भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन, जानें भारतीय रेलवे ने दूरंतो, राजधानी, शताब्दी कैसे रखा ये नाम

देश की लाइफ लाइन कही जाने वाली भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के अनुरूप कई तरह के बदलाव करती है। हर दिन ट्रेन में बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते नजर आते हैं। जब भी हम टिकट बुक करवाते हैं या फिर ऑनलाइन रिजर्वेशन करते हैं तो उसमें ट्रेनों के नाम अलग-अलग होते हैं। जिनमें शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें शामिल है, लेकिन कभी आपने सोचा है कि जिन ट्रेनों के नाम आप पढ़ते हैं और उन ट्रेनों में आप सफर करते हैं। इनके नाम कैसे रखे जाते हैं। अगर नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको ट्रेन के नाम कैसे रखे जाते हैं इसके बारे में बताएंगे जो काफी रोचक है।

google news

जानिए आखिर क्यों पड़ा राजधानी एक्सप्रेस नाम

दरअसल एक बात आपको पता होगी कि हम ट्रेन में जब सफर करते हैं तो कहते हैं जो सबसे पहले हमें हमारे गंतव्य तक पहुंचा दें उस ट्रेन में सफर करना है । एक बात स्पष्ट हो जाती है कि उस ट्रेन का नाम सुपर एक्सप्रेस ट्रेन होता है। इसी तरह अब राजधानी एक्सप्रेस नाम क्यों पड़ा इसके बारे में बताने जा रहे है। दरअसल जब एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश की राजधानी में हम यात्रा करते हैं तो इसके लिए इसका नाम राजधानी एक्सप्रेस पड़ा है। राजधानी दिल्ली समेत प्रदेशों की राजधानी के बीच तेज गति से चलने वाली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस कहलाती है। इसके लिए इसकी शुरुआत की गई है।

140 किमी प्रति घंटे की होती है रफ्तार

वहीं राजधानी एक सुपरफास्ट ट्रेन होती है जिसमें समय-समय पर कई तरह के बदलाव किए जाते हैं। समय आने पर इनकी गति भी बढ़ाई जाती है। जिसमें वर्तमान में 140 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से इन ट्रेनों को चलाया जा रहा है। भारत की सबसे विशेष ट्रेनों में यह ट्रेन मानी जाती है जो कम समय में यात्री को अपने गंतव्य तक पहुंचा देती है।

160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है शताब्दी

अगर बात करें शताब्दी एक्सप्रेस की इस ट्रेन को 400 से 800 किलोमीटर रूट पर चलाई जाती है। इसकी शुरुआत 1990 में की गई थी। प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के 100वे जन्मदिन पर इसकी शुरुआत की गई थी। इसीलिए इसका नाम शताब्दी एक्सप्रेस पड़ा था। वहीं इस ट्रेन की रफ्तार की बात करें तो 160 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है। इसमें एसी चेयर कार स्लीपर कोच समेत कई तरह की सुविधा यात्रियों को दी जाती है। इसके साथ ही दुरंतो यानी कि वो ट्रेन जिसमें सबसे कम स्टॉपेज होते हैं। इसकी दूरी काफी लंबी होती है। दुरंतो का नाम बंगाली शब्द निर्वात यानी रेस्टलेस से पड़ा है। इसकी रफ्तार 140 किलोमीटर के आसपास होती है यह ट्रेन सबसे अधिक चलती है।

google news

दुरंतो एक्सप्रेस में यात्रियों को कई तरह की सुविधा दी जाती है। इसमें एलएचबी स्लिप कोच होते हैं। यह कोशिश को गति प्रदान करते हैं। इन ट्रेनों को हफ्ते में दो से 3 दिन के हिसाब से चलाया जाता है। यह थी वह भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन जिसमें रोजाना बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं।