ये है जोधपुर का इकलौता गौभक्त परिवार, बिस्तर में सोने से लेकर थाली में खाती है गाय, जानिए इनकी सेवा
सनातन धर्म में हिंदू के द्वारा गाय को देवी के रूप में पूजा जाता है। दिवाली के पर्व पर हिंदू धर्म में गौ माता की पूजन होती है। गौ माता को देवी का दर्जा दिया गया है। लोग अपने घर में गौ माता को पालते हैं और उसका दूध का सेवन करते हैं। वहीं कई लोग गौ माता को पालकर उससे प्राप्त होने वाले दूध का व्यापार करते हैं। इसी बीच हम आपको एक ऐसे गौभक्त परिवार के बारे में बता रहे हैं जो गाय को एक परिवार के सदस्य की तरह रखते हैं। परिवार की इस तरह की सेवा और भाव देखकर हर कोई हैरान है। अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
परिवार के सदस्य की तरह रखते है गाय
दरअसल हिंदू धर्म में गौ माता की सभी सेवा करते हैं, लेकिन इस परिवार के द्वारा जो सेवा भाव से गौ माता की सेवा की जा रही है वहां बहुत ही अलग है। यह परिवार गाय को एक सदस्य के रूप में रखते हैं और एक प्लेट में खाती है। इसके साथ ही घर मे गद्दे में सोती है। इस बात को जानकर आप विश्वास नहीं करेंगे, लेकिन यह सच है जिस परिवार की हम बात कर रहे हैं वहां राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है। जिन्होंने अपने घर में तीन गाय पाल रखी है और तीनों को अपने परिवार के सदस्य की तरह रखते हैं।
गद्दे में सोती और थाली में खाती है गाय
कई लोग घर में कुत्ता और बिल्ली पालते हैं जो कि घर में काफी उत्पात मचाते हैं, लेकिन कुछ लोगों के द्वारा गौ माता को पाला जाता है और उसके दूध को बेचकर व्यापार किया जाता है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए गौ माता की सेवा करते हैं और कुछ लोग अपने सदस्य की तरह गौमाता को रखते हैं। इस परिवार के द्वारा गौ माता की सेवा अलग तरीके से की जाती है। बिस्तर पर चादर ओढ़ कर सोने से लेकर थाली में खाती है।
राजस्थान के जोधपुर के परिवार को गोपालाक या गो प्रेमी परिवार कहते हैं। इन गायों को पूरी छूट है जैसे परिवार के सभी सदस्य को होती है। जोधपुर सिटी के पाल रोड पर एम्स अस्पताल के करीब रहने वाले संजू कवर और उनका परिवार पूरे क्षेत्र में अपने इस निराले काम के लिए चर्चा में है। इसी परिवार के एक सदस्य ने जानकारी देते हुए बताया कि वहां वर्षों से गौ सेवा में लगे हैं।
4 साल पहले शुरू हुआ था ये सफर
4 साल पहले उनकी गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया जब बछड़े को घर के अंदर लेकर आने लगे तो गाय भी आ गई। तब से आज तक गाय की सेवा इसी तरह की जाती है। उनका कहना है कि शुरुआत में थोड़ी परेशानी आई, लेकिन बाद में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया जिसके बाद घर में मल मूत्र नहीं करती है और अब घर के बिस्तर में सोती है और प्लेट में खाना खाती हैं। आज यह परिवार सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है।