जैविक खेती में कॅरियर बना रहे मध्यप्रदेश के युवा, एग्रीकल्चर संस्थानों में दाखिला लेने वालों की बढ़ी संख्या, आप भी ऐसे बनें ’यंग किसान’

देशभर में रासायनिक खेती को छोड़ अब जैविक खेती को अपनाया जा रहा है। रासायनिक खेती से उत्पन्न होने वाले गेहूं व अन्य फसल मानव जीवन के लिए काफी नुकसान दायक होता है। ऐसे में स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए लोग अब जैविक खेती को बढ़ावा देने में लगे है। जिससे पर्यावरण भी शुद्ध रहने के साथ ही लोगों को गंभीर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में कई युवा क्षेत्र में अपना करियर बना रहे हैं।

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कई संस्थान जैविक खेती का करवा रही कोर्स

दरअसल राजधानी भोपाल में कई युवा जैविक खेती को बढ़ावा देने के काम में जुड़े हुए हैं। उच्च शिक्षा के बाद खेती की ओर जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ।अगर वर्तमान की बात करें तो ऑर्गेनिक खेती को प्राथमिकता दी जा रही है जिससे सब्जी फल से लेकर कई चीजों का उत्पादन जैविक खेती के माध्यम से किया जा रहा है। एक सेक्टर की तरह अब यह बन चुका है और निजी स्तर पर इसका काम लगातार किया जा रहा है। इसमें दूसरे कॉरपोरेट भी भागीदारी बन गए हैं। ऐसे में खेती किसानी करने के साथ ही बेहतर जॉब के मौके भी बने हैं। जैविक खेती के लिए तकनीकी जानकार होना आवश्यक है। ऐसे में कई संस्थान जैविक खेती का कोर्स करवा रही है और इसमें युवा अपना करियर बना रहे हैं।

80104 युवाओं ने इस कोर्स को चुना

रासायनिक खेती को छोड़कर अब किसान भी जैविक खेती अपनाने में लगे हैं। कई संस्थान रासायनिक खेती के लिए कोर्स करवा रहे हैं और युवा भी इसमें अपना करियर बनाने के लिए तकनीक सीख रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग की एडमिशन प्रक्रिया के दौरान एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके अनुसार 80104 युवाओं ने इसे चुना है। योग के बाद यह दूसरे स्थान पर सबसे पसंदीदा विषय बन चुका है। युवाओं के द्वारा व्यवसायिक पाठ्यक्रम के रूप में इसे ले रहे हैं।

इन संस्थान से युवा बना रहे करियर

कृषि क्षेत्र में अगर कोई युवा अपना करियर बनाना चाहता है तो कक्षा बारहवीं के बाद जा सकते हैं। एग्रीकल्चर संस्थानों से डिप्लोमा लेकर पीएचडी तक कई कोर्स इसमें शामिल है। जिसमें तकनीक का सहारा लिया जा सकता है। इसमें कई संस्थान युवाओं का कोर्स करवा रही है जिसमें जवाहर नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर ,भोपाल का सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चर, खंडवा का कृषि विज्ञान केंद्र, भोपाल का बक्रतुल्ला विश्वविद्यालय शामिल है।

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