मोदी सरकार ने दी मध्यप्रदेश सरकार को सौगात, 750 करोड़ के रिंग रोड की मिली स्वीकृति, इन जिलों को मिलेगा लाभ
नए साल 2022 में केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार को बड़ी सौगात दे रही है एक बार फिर मोदी सरकार ने राज्य सरकार को बड़ी सौगात दी है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश को रिंग रोड की सौगात मिली है जिससे कई जिलों को लाभ मिलेगा इतना ही नहीं इससे कई शहर जुड़ेंगे वही 56 शहरों में 750 करोड़ रुपए की लागत से आर्थिक सड़कों का सुद्दढ़ीकरण करण होगा। इसको लेकर केंद्र सरकार ने सहमति भी दे दी है। बता दें कि इन महत्वपूर्ण शहरों में ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, इंदौर और सागर के एनएचएआई के माध्यम से शीघ्र पूरा कराया जाएगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर चर्चा की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई सड़क निर्माण को लेकर विस्तार से चर्चा की गई थी जिसमें उन्होंने सहयोग करने का आश्वासन दिया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें प्रदेश के 56 शहरों में 750 करोड़ रुपए की लागत से सड़कों का निर्माण किया जाएगा। भारत माला परियोजना के प्रथम चरण में 5 बड़े शहरों के नाम भी शामिल है इसमें इंदौर, भोपाल और कई शहर है इन सड़क का निर्माण होने से यातायात भी सुचारू साबित होगा। इसके लिए केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री ने सहमति दे दी है।
इन शहरों को जोड़ेगा रिंग रोड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस रिंग रोड की सौगात मिली है वहां कई शहरों को जोड़ने की भोपाल शहर का 75% रिंग रोड निर्मित है। शेष 25% लंबाई में मंडीदीप से इंदौर रोड तक रिंग रोड बनाया जाना है।
जबलपुर शहर के लिए प्रस्तावित रिंग रोड राष्ट्रीय राजमार्ग एसएस क्रमांक 55 जबलपुर, दमोह एनएच 45, जबलपुर भोपाल एनएच 30, जबलपुर नागपुर ऐसी कई सड़कों को जोडेगी। ग्वालियर चंबल क्षेत्र से गुजरने वाला 404 किलोमीटर लंबा अटल प्रगति पथ मध्य प्रदेश के विकास को गति देगा यहां पर चंबल और ग्वालियर क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है। वहीं छोटे बड़े सभी ग्रामों को अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा इसका सार्थक प्रयासों से बाधा दूर करने में सफलता मिल सकती है।