मध्यप्रदेश की इस धार्मिक नगरी को मिली नए ब्रिज की सौगात, इतने करोड़ की लागत से होगा तैयार
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार प्रदेश में लगातार विकास की झड़ी लगाते जा रही है। इंदौर के बाद अब उज्जैन को भी अब जल्द ही एक नए ब्रिज की सौगात मिलने वाली है । दरअसल पुराने और नए शहर को जोड़ने के लिए फ्रीगंज क्षेत्र में एक ब्रिज बनाया जा रहा है। यह ब्रिज महापौर बंगले से शुरू होगा जो की चामुंडा माता चौराहा पर समाप्त होगा। ब्रिज निर्माण से पहले जगह का निरीक्षण करने के लिए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, कलेक्टर आशीष सिंह पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल सहित पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मंत्री मोहन यादव के साथ पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की टीम ने ब्रिज निर्माण की जगह का पैदल मुआयना किया। यहां ब्रिज निर्माण के दौरान अधिग्रहण की जाने वाली भूमि को देखा गया। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि मार्ग कितना चौड़ा किया जाएगा और चौड़ीकरण में क्या-क्या बाधाएं आएगी इन बाधाओं को किस प्रकार निराकरण किया जाएगा।
17 करोड़ की लागत से बनेगा ब्रिज
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 17 करोड रुपए लागत से ब्रिज बनेगा परंतु भूमि अधिकरण के दौरान मुआवजा बांटने मैं राशि भी अधिक खर्च होगी। हालांकि ब्रीज कि अभी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं हुई है परंतु बजट में ब्रिज पास हो चुका है।
1800 टन के बराबर निर्मित होगी सीएनजी
इंदौर के देवगुराडिया पर करोड़ों की लागत से निर्मित सीएनजी प्लांट का सफलतापूर्वक ट्रायल किया जा चुका है। बता दें इस प्लांट से सावर्जनिक रूप से शहर में संचालित होने वाली ट्रांसपोर्ट बसों को सीएनजी उपलब्ध की जाएगी और यह प्लांट पर सीएनजी शहर में रोजाना उत्पन्न होने वाले कचरे से सीएनजी का निर्माण होगा और उसी का उपयोग कर सीएनजी निर्मित होगी जो कि लगभग 1800 टन के बराबर बताई जा रही है।
जल्द ही शहर को मिलेगी नई सौगात-निगमायुक्त
सीएनजी प्लांट को लेकर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना था कि सीएनजी प्लांट का ट्रायल किया जा चुका है और इस के लोकार्पण के लिए संबंधित विभाग से पत्राचार कर जल्दी इसका लोकार्पण हो सकेगा और शहर को एक नई सौगात मिलेगी।