INDORE: सफाई के बाद हालिस किया इसमें पहला स्थान, राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय जल पुरस्कार से किया सम्मानित, दे​खिए बाकी शहरों की सूची

देशभर में सफाई नंबर वन का परचम लहरा चुका इंदौर एक के बाद एक उपलब्धि हासिल कर रहा है। बीते दिनों जहां स्वच्छता में पंच लगाने को लेकर दिल्ली के विज्ञान भवन में पुरस्कार दिया गया। वहीं इंदौर को अब एक और उपलब्धि हासिल की है। जल पुनर्भरण रेन वाटर हार्वेस्टिंग व वाटर प्लस के क्षेत्र में इंदौर पहले नंबर पर आ गया है। इसके लिए इंदौर को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित कर लिया गया है। मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया है।

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भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कारों में इंदौर को पश्चिम ज़ोन में प्रथम स्थान मिला है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर मनीष सिंह को यह अवार्ड सौंपा। पश्चिम जोन में इंदौर जिला प्रथम और गुजरात का बड़ोदरा एवं राजस्थान के बांसवाड़ा जिले को संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है।

2021 में किए गए कामों के लिए मिला अवार्ड

दरअसल इंदौर को ये अवार्ड साल 2021 में किए गए बेहतरीन कामों के लिए मिला है। इसके लिए केंद्र सरकार के द्वारा केंद्रीय भूजल बोर्ड के उच्च अधिकारियों की एक टीम भेजी गई थी। इस टीम ने जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में जल संरक्षण एवं पानी के दोबारा उपयोग संबंधी कामों का अवलोकन किया था और इसके बाद इस प्रकार की अनुशंसा की गई थी। इंदौर जिले के दुर्जनपुरा एवं यशवंत नगर ग्राम पंचायत में रिजलाइन एवं ड्रेनेज लाइन ट्रीटमेंट की कामों से मंत्रालय काफी प्रभावित था। साथ ही, कबीर खेड़ी एसटीपी प्लांट, कनाडिया झील संरक्षण एवं ग्राम भगोरा में वाटर शेड परियोजना के अंतर्गत भूजल पुनर्भरण के काम को भी केंद्रीय दल ने सराहा है।

पुरुस्कार के मूल्यांकन में जिले में ग्रामीण विकास विभाग की वाटरशेड विकास योजना में कनाड एवं गम्भीर नदी के जलग्रहण क्षेत्र में किये गये ट्रीटमेंट एवं निर्माण कार्य, मनरेगा के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र के पौधारोपण, जिले में ‘केच द रेन’ अभियान के अन्तर्गत निर्मित जलसंग्रहण एवं जलपुर्नभरण कार्य का विशेष योगदान रहा। इसके अलावा, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग कार्य, बावडी जीर्णोद्धार आदि प्रयासो का समावेश किया गया।

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