इंदौर नगरीय निकाय चुनाव में स्वच्छता के बाद भारतीय जनता पार्टी ने लगाया जीत का पंच, जाने इतिहास
मध्यप्रदेश में नगरी निकाय चुनाव के परिणाम 17 जुलाई यानी रविवार को घोषित कर दिए गए हैं। एक बार फिर भाजपा ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में अपनी सरकार बनाई है ।इसी तरह आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की बात करें तो लगातार स्वच्छता में पंच लगा चुका है। इसके साथ ही नगरी निकाय चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी ने जीत का पंच लगाया है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी का इतिहास काफी पुराना रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने इंदौर में 22 साल पहले यानी सन 2000 में इंदौर में भाजपा की सरकार बनी थी। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय महापौर प्रत्याशी के रूप में चुने गए थे। हालांकि अब कैलाश विजयवर्गीय भाजपा राष्ट्रीय महासचिव है। आइए जानते हैं भाजपा का कैसा रहा जीत का इतिहास।
भाजपा ने लगाया इंदौर में जीत का ‘पंच’
इस समय देशभर में भाजपा की सरकार बनी है। कई राज्यों में भाजपा का गढ़ बन चुका है। विधानसभा चुनाव 2023 में होना है। उससे पहले नगरी निकाय चुनाव में भाजपा ने दिखा दिया है कि अब आगामी समय में भी भाजपा की सरकार ही बनेगी। ऐसे में मध्य प्रदेश के नगरी निकाय चुनाव में भाजपा सरकार ने करीब करीब सभी जिलों में जीत दर्ज की है।
ऐसा रहा इंदौर में भाजपा जीत का इतिहास
आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का इतिहास काफी पुराना रहा है। इंदौर में 1995 के बाद पहली बार 2000 में भाजपा की सरकार बनी थी ।इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के महापौर बने थे। इसके बाद भाजपा लगातार जीत दर्ज करती आ रही है। 2005 में फिर भाजपा की सरकार बनी जिसमें डॉ. उमा शशि शर्मा महापौर बने, 2009 में कृष्ण मुरारी मोघे महापौर के रूप में चुने गए और 2015 में मालिनी गौड़ महापौर बनी थी, लेकिन इस बार चुनाव लेट हुए हैं इसके पीछे की वजह महामारी रही है जिसकी वजह से चुनाव नहीं हो पाए थे।
भाजपा में महापौर के पहले युवा चेहरा है भार्गव
2022 में अब फिर से भाजपा की सरकार इंदौर में बनी है। इसमें खास बात यह है कि सन 2000 से जितने भी बीजेपी के अभी तक महापौर आए हैं उनमें से पहले युवा चेहरा पुष्यमित्र भार्गव ही हैं जो कि अब इंदौर नगर निगम की कमान संभालेंगे। इस बार उनके सामने कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला महापौर प्रत्याशी के रुपये में खड़े थे, लेकिन पुष्यमित्र भार्गव ने उन्हें भारी मतों के अंतर से हराया है। इस बार का चुनाव बहुत ही रोमांचक रहा है।
इसमें भाजपा ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इंदौर आए थे और भाजपा महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के साथ ही पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में जनसंपर्क किया था। इसका परिणाम अब मतगणना के दौरान देखा गया है ।भाजपा की सरकार बन गई है और अब पुष्यमित्र भार्गव शहर की जनता के लिए एक सेवक के रूप में काम करेंगे।
इंदौर हर क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करता जा रहा है। एक तरफ स्वच्छता में 5 बार पंच लगा चुका है ।वहीं छक्का लगाने की तैयारी में है। ऐसे में नगरी निकाय चुनाव में भी इंदौर ने पंच लगाया है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने लगातार जीत का पंच लगा दिया है। भाजपा की सरकार ने लगातार 2000 के बाद 2015 और अब 2022 में जीत दर्ज की है।