मध्यप्रदेश के छोटे से गांव के युवा का कमाल, बिना कोचिंग के UPSC में मारी बाजी, पढ़े कहानी

अगर युवाओं में किसी भी काम को करने की काबिलियत और प्रतिभा हो तो फिर वहां पीछे नहीं हटते है। इस समय देखा जाता है कि युवा यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन यूपीएससी परीक्षा को पास करना इतना आसान नहीं होता है। कड़ी मेहनत और खुद को काफी में झोंकने के बाद कहीं जाकर सफलता मिल पाती है। ऐसे में आज हम एक ऐसे युवा की कहानी बता रहे हैं जो कि राजगढ़ जिले के एक छोटे से गांव का रहने वाला है। लेकिन आज यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने गांव और माता-पिता का नाम रोशन किया है।

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योगेश ने 12वीं रैंक की हासिल

दरअसल आम बात कर रहे हैं राजगढ़ जिले के गांव उदल खेड़ी के योगेश राजपूत की, जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। इनकी सफलता पर पूरे गांव सहित क्षेत्र में जश्न का माहौल है। मध्यम परिवार में पले बढ़े योगेश राजपूत ने देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी में रिजर्व सीट में 12 वीं रैंक हासिल की है। बता दें कि सोमवार शाम यूपीएससी के परिणाम घोषित हुए हैं जैसे ही योगेश को अपने रिजल्ट के बारे में पता चला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

बिना कोचिंग हासिल की सफलता

योगेश राजपूत की सफलता के जश्न में गांव में ढोल नगाड़े आतिशबाजी के साथ जुलूस निकाला गया। राजगढ़ जिले के गौरव की बात है जब एक छोटे से गांव के रहने वाले योगेश ने यूपीएससी में बाजी मारी है। इनके पिता बहादुर सिंह राजपूत छोटा बूट हाउस की दुकान चलाते हैं। कठिन परिस्थितियों में उन्होंने योगेश को पढ़ाया लिखाया उसके बाद योगेश ने इंदौर में रहकर बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी की और यूपीएससी में सफलता हासिल की है।

योगेश ने दूसरे प्रयास में परीक्षा हासिल अर्जित की है। गांव के ही परिवार में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर जिले में बधाइयों का तांता लगा हुआ है। योगेश ने बताया यूपीएससी की तैयारी लक्ष्य रखकर नियमित करने के बाद उन्हें यह सफलता मिल पाई है। उनका कहना है कि यूपीएससी परीक्षा पास करना इतना आसान नहीं होता है। इसको क्लियर करने के लिए काफी मेहनत करना पड़ती है तब कहीं जाकर सफलता मिल पाती है।

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