शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों के लिए सीएम शिवराज की बड़ी घोषणा, सभी स्कूलों में बोर्ड पैटर्न पर होगी ये परीक्षाए, 15000 शिक्षकों को दी स्पेशल ट्रेनिंग

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार यानी 5 अगस्त शिक्षक दिवस के मौके पर छात्रों के लिए बड़ी घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी सत्र में सभी निजी और प्राइवेट स्कूलों में पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर कराने का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15000 नवनियुक्त शिक्षकों को व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया, जिनकी नियुक्ति जल्दी होगी। वहीं स्वयं के स्कूल के दिनों के अनुभवों को भी साझा करते हुए विद्यार्थियों के पालक और समुदाय के साथ शिक्षकों द्वारा संवाद बनाए रखने की बात कही है।

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5वीं और 8वीं बोर्ड पैटर्न पर कराने का ऐलान

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजाति कार्य विभाग द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शासकीय शालाओं के साथ शासकीय मान्यता प्राप्त सभी अशासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं में पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर कराई जाएगी। इसके साथ ही इन स्कूलों में आंतरिक मूल्यांकन भी नियमित रूप से सुनिश्चित कराया जाएगा। इसके अलावा बच्चों का भविष्य करने का दायित्व भी शिक्षकों पर ही है। वहीं शिक्षकों के सम्मान और उन्हें प्रणाम करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य शासन शिक्षकों का मान सम्मान बनाए रखने में किसी भी तरह की कसर नहीं रखेगी ।कौशल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पर्याप्त प्रावधान कर दिया गया है। विद्यार्थियों को नागरिकता के संस्कार देना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। वहीं शिक्षक इस तरह का प्राण ले कि उनके विद्यार्थी देशभक्ति चरित्रवान ईमानदार कर्तव्य परायण और दूसरों की चिंता करने वाले बालिकाओं और महिलाओं के प्रति सम्मान रखने वाले माता.पिता का आदर करने वाले एसआई की सहायता करने वाले बनेंगे।

शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहीं ये बड़ी बात

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी भाषा में शिक्षा देना बहुत ही आवश्यक है इससे उनके स्वाभाविक प्रतिभा प्रकट होती है। वहीं अपनी भाषा के गौरव को स्थापित करना भी बहुत ही जरूरी है। हमें बच्चों को अंग्रेजी के भय से मुक्त कराने की दिशा में भी कार्य करना है। मध्यप्रदेश में हिंदी भाषा में मेडिकल पढ़ाई शुरू करने की व्यवस्था कर रहे हैं। वहीं श्रीमद्भागवत गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षक के लिए आवश्यक है कि वहां सभी के प्रति एक समान व्यवहार रखें ।वहीं नवनियुक्त शिक्षकों को सकारात्मक रहते हुए अपने कर्तव्य निर्वहन के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आपके प्रयासों से ही प्रदेश साले शिक्षा में देश में पहले स्थान पर पहुंचेगा।

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वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवनियुक्त शिक्षकों में से प्रतीक स्वरूप 6 शिक्षकों होशंगाबाद के तरुण कला की माध्यमिक शिक्षक स्वती यादव, निवाड़ी की पूजा तिवारी और सीहोर से कपिल सिंह ठाकुर, महेश्वर के सपना गौतम समेत कई शिक्षकों को शुभकामनाएं पत्रों से शिक्षण सामग्री भेंट की है।