माथे पर चंदन का तिलक हाथों में डमरू बाबा महाकाल की सवारी में 20 साल से शामिल हो रहे हैं दारा खान, सौहार्द की है अनूठी मिसाल
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल जो की शिप्रा नदी के किनारे उज्जैन नगरी में मौजूद हैं। बता दें कि बाबा महाकाल सावन महीने के हर सोमवार नगर भ्रमण पर निकलते हैं। बाबा महाकाल की सवारी को देखने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु हर सोमवार बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। बाबा महाकाल की सवारी को हाथी, रथ और बंदूक की सलामी के साथ में निकाला जाता है।
बता दें कि बाबा महाकाल की सवारी प्रति वर्ष सावन माह में निकाली जाती है। जिसे हर सोमवार को निकाला जाता है जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिलती है। लेकिन इस भीड़ के बीच एक व्यक्ति ऐसे भी हैं। जो 20 सालों से अपनी आस्था को लेकर इन दिनों चर्चाओं का केंद्र बने हुए हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं दारा खान की जो पिछले दो दशकों से बाबा महाकाल की सवारी में शामिल होते हैं।
दारा खान ही नहीं बाबा महाकाल की सवारी में उनके परिवार के सदस्य भी शामिल होते हैं। इस दौरान दारा खान के माथे पर चंदन हाथों में डमरू लिए नजर आता है। उनकी आत्मा को लोगों द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। दारा खान बाबा की सवारी में शामिल होने के लिए सारा काम छोड़कर प्रतिवर्ष निकलने वाली सवारी में शामिल होते हैं। दारा खान लोगों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं।
सावन माह में निकलती है बाबा महाकाल की सवारी
बाबा महाकाल के प्रति उनकी आस्था लोगों के दिलों में एक अलग ही संकेत पैदा कर रही है। अपनी आस्था को लेकर दारा खान कहना है कि मालिक एक है चाहे रास्ते अलग-अलग हो आपको बता दें कि बाबा महाकाल इतने ज्यादा पॉपुलर है कि उनकी सवारी को देखने के लिए हर वर्ग के लोग यहां पर प्रति सोमवार पहुंचते हैं। बाबा महाकाल की सवारी के दौरान उज्जैन नगरी का नजारा काफी देखने लायक होता है।
गौरतलब है कि दारा खान बाबा महाकाल के दर्शन ही नहीं बल्कि उनकी सवारी के आगे डमरू बजाते हुए चलते नजर आते हैं। इस दौरान उनके सिर पर चंदन और बाबा महाकाल के जयकारे उनके मुंह से सुने जा सकते हैं। उन्होंने इस बारे में जानकारी दी है कि उनकी बाबा महाकाल में काफी ज्यादा आस्था है। जो उन्हें प्रतिवर्ष यहां पर खींच लाती है उनके परिवार के सदस्य भी बाबा महाकाल की सवारी में शामिल होते हैं।