निर्वाचन आयोग ने लिया बड़ा एक्शन, मध्यप्रदेश के ये 11 नेता 3 साल तक नहीं लड़ पायेंगे चुनाव, जानिए वजह

मध्य प्रदेश में आगामी समय में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश के 11 नेताओं को बड़ा झटका लगा है। दरअसल पिछले विधानसभा में हुए चुनाव खर्च की जानकारी निर्वाचन आयोग को नहीं दी गई है। इसकी वजह से चुनाव आयोग ने 11 नेताओं को लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। इसके बाद इन नेताओं को अगले 3 साल तक चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें की आगामी समय यानी 2023 में विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में इन नेताओं के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

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ये 11 नेता 3 साल तक नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

दरअसल जब भी विधानसभा या लोकसभा चुनाव होता है तो उससे पहले चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों को सारी जानकारी चुनाव आयोग को देना पड़ती है, लेकिन मध्यप्रदेश के ऐसे 11 नेता है जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव की जानकारी निर्वाचन आयोग को नहीं दी है। इसकी वजह से अब चुनाव आयोग ने इन नेताओं के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। बता दें कि चुनाव आयोग ने सपाक्स, निर्दलीय प्रत्याशी, आम आदमी पार्टी के नेताओं को चुनाव लड़ने पर 3 साल तक की रोक लगा दी है।

जानकारी के अनुसार नेताओं को चुनाव के बाद 30 दिन के अंदर खर्च और ब्यौरा चुनाव आयोग को देना पड़ता है, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है जिसकी वजह से इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई है।

इन नेताओं को किया आयोग्य घोषित

चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी सपाक्स और निर्दलीय प्रत्याशियों के अगले 3 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। इसमें सतना से रामोंराम गुप्ता, करेरा से अर्जुन लाल, राजेंद्र कुमार, मैहर से शिवम पांडे, श्याम अहिरवार, देवतालाब से गौरी शंकर साकेत, खुरई निर्वाचन क्षेत्र से अनिल चौबे, नरेंद्र सिंह, राजेश भगवान सिंह और राधे का नाम शामिल है। इन नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए आयोग्य घोषित करते हुए 3 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है।

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