अगर आप भी पुराने वाहनों से चाहते है छुटकारा, तो इस मामूली खर्च में मिल जायेगा नया इलेक्ट्रिक वाहन, जानिए कैसे

इस समय सड़कों पर कई पुरानी कार दौड़ रही है लेकिन कई लोग पुरानी कार और दो पहिया वाहन से परेशान है। अगर आप भी पुरानी कार या दो पहिया वाहन से से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपके लिए एक बहुत ही सुनहरा मौका है ।जिससे आप पुराने पेट्रोल डीजल के स्कूटर को इलेक्ट्रॉनिक वाहन में बदल सकते हैं। इसकी सुविधा देश के बड़े शहरों में मिल रही है। सबसे पहले मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर और राजधानी भोपाल में रिट्रोफिटमेंट की सुविधा दी जाएगी जिससे पेट्रोल डीजल के स्कूटरों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदला जा सकेगा। इससे ना सिर्फ प्रदूषण फैलेगा ना ही पेट्रोल डीजल की महंगी कीमतों से परेशान होना पड़ेगा।

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केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा पुराने पेट्रोल डीजल के स्कूटर वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने के लिए अनुमति दे दी है। इसके बाद अब पुराने पेट्रोल डीजल वाले स्कूटरों में इलेक्ट्रिक किट लगाई जाएगी। इसके साथ ही पेट्रोल डीजल वाली कारों को सीएनजी कारों में तब्दील किया जाएगा। इनमें सिलेंडर लगाकर उन्हें सीएनजी कार बनाया जाएगा लेकिन इस समय लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ रहा है ऐसे में इन कारों को अब इलेक्ट्रिक किट लगाकर तैयार किया जाएगा। हालांकि इसके लिए अभी लोगों को कुछ समय के लिए इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल के लिए दोपहिया स्कूटर वाहनों में ही इलेक्ट्रिक किट लगाई जा रही है।

15 साल पु​राने स्कूटर में लगेगी इलेक्ट्रिक किट

केंद्र सरकार द्वारा मिली जानकारी के अनुसार 15 साल पुराने स्कूटर वाहनों को इलेक्ट्रॉनिक वाहन में तब्दील किया जाएगा। जिसमें एक स्कूटर को इलेक्ट्रिक बहन में तब्दील करने में करीब 35000 का खर्चा आएगा जो कि नए इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत से कम है। इन वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने के लिए बैटरी इलेक्ट्रिक किट समेत कई तरह के उपकरण लगाए जाएंगे। वहीं इसमें जो बैटरी लगाई जाएगी वहां एक बार चार्ज करने पर 70 किलोमीटर तक की माइलेज देगी इसके साथ ही उस बैटरी की 3 साल तक की वारंटी दी जाएगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पेट्रोल डीजल वाली पुरानी कारों को इलेक्ट्रिक कारों में तब्दील करने के लिए करीब 5 लाख का खर्च आएगा इसमें जो बैटरी लगाई जाएगी। उसकी 3 से 5 साल तक की वारंटी दी जाएगी। वहीं इसके लिए परिवहन विभाग की अनुमति लेना भी जरूरी है। इन वाहनों को इलेक्ट्रिक बालों में तब्दील करने से प्रदूषण कम होगा। वहीं 3 महीने में यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही इन पुराने वाहनों की 15 साल से ज्यादा लाइव बढ़ जाएगी। वहीं नियमों के तहत केवल सीमित मॉडलों को ही इलेक्ट्रिक किट लगाने की अनुमति दी गई है।

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