चैत्र नवरात्री के बीच अचानक रुका मां बगलामुखी का अनुष्ठान, इस वजह से धरने पर बैठे पंड़ित, श्रद्धालु होते रहे परेशान
देशभर में इस समय चैत्र नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। बड़ी संख्या में वक्त मनोकामना लेकर मंदिरों में पहुंच रहे है। वहीं मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के नलखेड़ा में स्थित विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी का मंदिर है, जहां सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन रविवार को अचानक पंडितों ने मां बगलामुखी का अनुष्ठान रोक दिया और धरने पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पंडितों ने कर्मचारी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला
आगर मालवा का विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी का मंदिर जो नलखेड़ा में स्थित है। यहां चैत्र और शादीय नवरात्रि में बड़ी संख्या में भक्त माता के मंदिर पहुंचते। वहीं आम दिनों में भी इस मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। इसी बीच चैत्र नवरात्रि के मौके पर रविवार को मंदिर के पंडित और मंदिर में कार्यरत कर्मचारियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिसके बाद नाराज पंडितों ने हवन पूजन बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान पंडितों ने मंदिर में कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। पंडितों ने मंदिर के अस्थाई कर्मचारी गोविंद गोस्वामी को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की मांग की है।
प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शुरू हुआ हवन
हालांकि बाद में इस घटना की जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो हरकत में आ गए। वहीं एसडीएम सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मंदिर पहुंचे और पंडितों को समझाकर दोबारा से अनुष्ठान शुरू करने का अनुरोध किया, लेकिन इसके बाद भी पंडित नहीं माने तो अधिकारियों ने उन्हें मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद दोबारा से मंदिर में अनुष्ठान और हवन शुरू हो पाया ।
वहीं इस समय नवरात्री का समय चल रहा है ऐसे में मंदिर में दूरदराज उसे सैकड़ों श्रद्धालु हवन अनुष्ठान के लिए पहुंचते हैं। वहीं माता के दर्शन और यज्ञ में सहभागी बनने के लिए आते हैं, लेकिन रविवार को कई घंटे तक हवन पूजन नहीं होने की वजह से श्रद्धालु परेशान होते रहे। हालांकि प्रशासन की समझाइश के बाद फिर से हवन शुरू हो गया और श्रद्धालु में काफी खुश नजर आए।