इंदौर दाहोद रेल लाइन का फिर शुरू हुआ काम, 2024 तक ट्रैक पर दौड़ेगी इंदौर-धार के बीच ट्रेन, इन्हें मिलेगा लाभ

मध्यप्रदेश में सड़कों के साथ ही रेलवे पटरियों का काम भी जोरों से चल रहा है। बीते 2 सालों से कई काम रुके हुए थे, लेकिन अब धीरे-धीरे रफ्तार में आ गए हैं। दरअसल एक तरफ मध्यप्रदेश में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का काम जोरों से चल रहा है। वहीं दूसरी और लंबे वक्त से रुके हुए इंदौर दाहोद रेल लाइन का काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि 2024 तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। इंदौर धार के बीच ट्रेन 2024 तक दौड़ना शुरू हो जाएगी। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है इसको भरने की अंतिम तारीख 5 मई तय की गई है।

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2024 तक इंदौर-धार के बीच दौड़ेगी ट्रेन

दरअसल इंदौर धार के बीच 204.76 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का काम शुरू होगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने काम शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है। वहीं विभाग ने 75040280.48 रुपए का टेंडर जारी कर दिया है। इसको भरने के लिए भी 5 मई तक का समय दिया है। बता दें कि यहां काम 2020 में रुक गया था, लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि 2024 तक इंदौर धार के बीच ट्रेन दौड़ेगी। इसके साथ ही क्षेत्र में सामाजिक व आर्थिक विकास भी होगा।

2008 में मिली थी इस प्रोजेक्ट को मंजूरी

बता दें कि इस प्रोजेक्ट को 2008 में मंजूरी मिली थी और 3 साल में इस काम को पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन 14 साल पूरे होने के बाद भी निर्माण कार्य अधूरा रह गया है, लेकिन अब फिर से रेल परियोजना का काम पूरा करने के लिए काम शुरू हो गया है। बता दें कि इस योजना के अंतर्गत गुजरात भी शामिल है। जिसमें 21 किलोमीटर गुजरात तथा बाकी 183.76 किलोमीटर मध्य प्रदेश में पड़ता है। इस प्रोजेक्ट की लंबाई 204.76 किलोमीटर है। इस प्रोजेक्ट का दो खंडों में काम हो रहा है जिसमें इंदौर राऊ 12 किलोमीटर और राऊ टिही करीब 9 किलोमीटर का काम जून 2016 व मार्च 2017 में पूरा हो गया था, लेकिन मई 2020 में काम अचानक से रुक गया था, लेकिन अब फिर से इस काम को शुरू किया जा रहा है।

इन प्रधानमंत्री ने रखी थी प्रोजेक्ट की नीव

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर टीही तक का काम पूरा हो गया है। जिस पर कंटेनर ट्रेन चलाई जा रही है। वहीं छोटा उदयपुर से धार के बीच का काम जल्दी पूरा होने वाला है। वहीं आने वाले समय में इंदौर छोटा उदयपुर तक जुड़ सकता है। यह रेलवे लाइन पीथमपुर के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। वहीं टीही से जाने वाले कंटेनर बड़ोदरा होकर जल्दी मुंबई पहुंच जाएंगे। वहीं इंदौर से जाने वाली ट्रेनें गुजरात होकर जल्द महाराष्ट्र पहुंच सकेगी ।इसके साथ ही इंदौर से मुंबई की दूरी भी कम हो जाएगी। बता दें कि इंदौर दाहोद प्रोजेक्ट के नियम 8 फरवरी 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखी थी लेकिन अभी तक भी यह काम पूरा नहीं हो पाया थे।

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बता दें कि रेलवे लाइन प्रोजेक्ट का काम 1640 करोड रुपए से शुरू हुआ था लेकिन अब बढ़कर 2000 करोड रुपए हो गया है। अभी तक इसे बनाने में 847 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं। वहीं अभी तक 21 किलोमीटर तक का काम पूरा हुआ है। 16 किलोमीटर तक का काम पूरा हो से कठवाड़ा के बीच हुआ है जिसमें 331 पुल 41 बड़े और 290 छोटे पुल बनाए गए हैं। वहीं छोटे-बड़े कुल रेलवे स्टेशन मौजूद रहेंगे ।बहरहाल आने वाले समय में यह रेल प्रोजेक्ट से लोगों को काफी फायदा मिलने वाला है।