मध्यप्रदेश में उफनते नाले में फंसी 50 बच्चों की जिंदगी, ड्राइवर की लापरवाही से आधी डूबी बस, फिर फरिस्ते बनकर आए ग्रामीण
मध्य प्रदेश में स्कूल वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल आए दिन कई बस हादसे के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी बस ड्राइवरों में इसको लेकर कहीं भी असर देखने को नहीं मिला है। हर दिन माता पिता अपने बच्चों को तैयार कर स्कूल बसों में इसलिए भेजते हैं, ताकि उनके बच्चे सुरक्षित पहुंच जाए, लेकिन ड्राइवरों की लापरवाही की वजह से आज स्कूली बच्चे सुरक्षित नहीं है। ऐसा ही एक मामला शाजापुर जिले से सामने आया है, जहां पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जब एक बस ड्राइवर ने लापरवाही पूर्वक बस चलाते हुए बच्चों की जान खतरें में डाल दी और उफनते नाले से बस को निकालने की कोशिश की है।
औपचारिकता साबित हो रही आरटीओ की कार्रवाई
मध्यप्रदेश में भीषण बारिश गिर रही है। बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है ।नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इंदिरा सागर बांध, तवा बांध और ओंकारेश्वर बांध समेत कई बांधों के गेट खोल दिए गए हैं जिसकी वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है ।वहीं नदी नाले भी उफान पर आ गए हैं, लेकिन इसी बीच स्कूल वाहन चलाने वाले चालकों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। स्कूल वाहनों पर आरटीओ द्वारा की जा रही कार्यवाही औपचारिकता साबित हो रही है। असल में हर दिन स्कूल आवागमन के दौरान हजारों बच्चों की जान जोखिम में रहती है।
उफनते नाले में फंसी 50 बच्चों से भरी बस
शनिवार को शाजापुर जिले में बड़ा हादसा होते टल गया ।बिकलाखेड़ी और धाराखेड़ी के बीच छापरी में नाला उफान पर था। ऐसे में तिलवा बंद गोविंद गांव में संचालित स्कूल अपेक्स इंटरनेशनल के बच्चों से भरी बस चालक ने पानी में उतार दी। इस बस में करीब 50 बच्चे सवार थे नाले में उतरने की वजह से बस आधी डूब गई। कड़ी मशक्कत के बाद चालक ने बस आगे पीछे करने की कोशिश की। काफी देर बाद बस में बच्चे बैठे बच्चों की आवाज सुनकर ग्रामीण पहुंचे और काफी हिम्मत दिखाने के साथ ही ट्रैक्टर-ट्राली की मदद से बस को नाले से बाहर निकाला गया। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कलेक्टर ने दिए ये आदेश
सोशल मीडिया पर जैसे ही इसका वीडियो सामने आया शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन ने मामले को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर ने आरटीओ, एसडीएम, शिक्षा विभाग और पुलिस को मामले में कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे परंतु नाले में पानी वजह से बच्चों तक नहीं पहुंच सके और ना ही देर शाम तक बस जब्त करने के साथ चालक को हिरासत में लिया जा सका ।
गौरतलब है कि 2019 में भी इसी तरह का बड़ा हादसा सामने आ चुका है, जहां एक स्कूल वैन मुंडेर के कुएं में गिर गई, लेकिन इसके बावजूद भी चालकों में किसी भी तरह का डर नहीं है। लापरवाही पूर्वक बस चलाकर बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। बहरहाल अब देखना यह होगा इस पुलिस कब तक बस जब्ती में लेती है।