MP: बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी, 1 अप्रैल से नहीं लगेगा बिजली का झटका, जानिए वजह

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। दरअसल 1 अप्रैल से लागू होने वाली नई बिजली दरों को लेकर अभी तक किसी भी तरह का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। जिसके अनुसार अब उपभोक्ताओं को बिजली के झटके नहीं लगेंगे। यानी कि अब बिजली की नई दरें लागू नहीं की जाएगी। बताया जाता है नियमों के अनुसार अगर बिजली की नई दरें लागू करनी होती है तो 7 दिन पहले सरकार के द्वारा आदेश जारी कर दिए जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।

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दरअसल 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में प्रॉपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं इसके साथ ही खाने पीने की चीजें भी महंगी हो गई है। पेट्रोल की कीमत फिर से आसमान छूने लगी है ।ऐसे में आम व्यक्ति काफी परेशान नजर आ रहा है। इसी बीच बिजली उपभोक्ताओं के लिए अब राहत की खबर आई है। 1 अप्रैल से नई बिजली दरों को प्रदेश में लागू किया जाना था लेकिन अप्रैल शुरू होने के 3 दिन पहले तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इसके पीछे की वजह आपत्तियों का निराकरण ना हो पाना बताया जा रहा है।

लोगों को मिली कुछ महीनों की राहत

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली कंपनी को किसी भी तरह की कोई जानकारी या यूं कहे कि हरी झंडी नहीं मिल पाई है। जिससे कयास लगाए जा रहे है कि अभी 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में नई बिजली दरों को लागू नहीं किया जाएगा। अभी कुछ महीनों तक और टाला जाना है जिससे मध्य प्रदेश की जनता को कुछ महीने तक और राहत मिलेगी। जिससे लोगों के बजट में किसी भी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा।

विद्युत नियामक आयोग के द्वारा करीब 100 आपत्तियां दर्ज कराई गई है। इसमें कृषि और औद्योगिक घरेलू अलग-अलग आपत्तियां शामिल है, लेकिन इसमें किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। वहीं बिजली कंपनी और आपत्तिकर्ताओं के बीच किसी भी तरह के सहमति नहीं बन पाने की वजह से अब नई दरों को कुछ महीनों तक टाला जा रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओं को किसी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा ।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विद्युत नियामक आयोग में 7 फरवरी को बिजली कंपनियों ने की याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने 2020 और 23 के लिए नई बिजली लाइन दरों को लागू करने की बात कही गई थी, लेकिन इसमें किसी भी तरह की सहमति नहीं बन पाई है जिससे लोगों को राहत मिलेगी।

बिजली कंपनियां बता रही घाटा

बिजली कंपनियों का कहना है कि उन्हें बिजली दरों में घाटा हो रहा है इसीलिए उन्होंने नियामक आयोग में याचिका लगाते हुए मांग की थी कि वर्ष 2020 में नई बिजली दरें लागू की जाएं। वहीं बिजली कंपनी को करीब 3916 करोड़ों का घाटा झेलना पड़ेगा। वहीं जो कंपनियां घाटे में चल रही है उनकी परेशानी बढ़ेगी।