MP: विधुत विभाग ने लिया बड़ा फैसला, अब लोगों को घर-घर वितरित नहीं करेंगे बिजली बिल, मिलेगा ये लाभ

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा एक तरफ़ उनके बिजली बिल माफ़ करआ बड़ी राहत दी है। वहीं दूसरी और बिजली उपभोक्ताओं के सम्बंध में बड़ा फैसला लिया है। दरअसल पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी भी आधुनिक दौर में डिजिटल क्षेत्र में कदम रख रही है, यानी की अब बिजली बिल में पेपर लेस कर दिया जायेगा और उन्हें डिजिटल तरीके से बिजली बिल भेजा जाएगा, यानी कि उपभोक्ता व्हाट्सएप, sms और ईमेल के माध्यम से बिल आसानी से प्राप्त कर पाएंगे।

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दरअसल अभी तक बिजली उपभोक्ताओं की कई शिकायतें मिल रही थी कि समय पर बिल नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही घर-घर जाने की समस्या भी खत्म हो जायेगी। इसी के चलते बिजली विभाग ने निर्णय लिया है। इस तरह के फैसले के बाद समय की बचत होने के साथ ही लोगों को जल्दी बिल मिल जायेगा। वहीं इसकी बजह से डिजिटल पमेंट को भी अनिवार्यता मिलेगी। इसी के चलते इस तरह का सुधार करने का फैसला लिया गया है।

बिजली बिल होगा पेपर लेस

वहीं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने फैसला लेते हुए जानकारी दी है। जिसमें बताया कि ऐसा नहीं बिजली बिल नहीं आयेगा बस इसमें घर-घर बिल जाकर बांटने की परेशानी नहीं होगी। वहीं उपभोक्ताओं को भी बिजली बिल घर बैठे मिल जायेगा। इसमें उन्हें बिल व्हाट्सएप और ईमेल के द्वारा प्राप्त हो जायेगा। इसके साथ ही इसमें बिल पूरी तरह पेपर लेस हो जायेगा। इसकी व्यवस्था बिजली विभाग के द्वारा 2 से 3 महीने में पूरी कर ली जाएगी।

बिजली कंपनी की माने तो इसे पहले बड़े शहरों में शुरू किया जाएगा। जिसमें रतलाम, देवास, इंदौर, उज्जैन जिले शामिल है जिनमें बिजली बिल पेपर लेस वितरित किया जाएगा। यानी कि बिजली कर्मचारियों को घर-घर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्की उन्हें आसानी से बिजली बिल व्हाट्सएप और ईमेल पर मिल जायेगा। कम्पनी की माने तो शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 75 से 85 प्रतिशत उपभोक्ताओ के कनेक्सन मोबाइल नम्बर दर्ज है है। इसके साथ ही करीब 41 प्रतिशत ऐसे उपभोक्ता है जिनकी ईमेल आईडी दर्ज है जिन्हें आसानी से बिजली बिल डिजिटल तरीके से भेजा जा सकता है।

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पेपर लेस बिजली बिल के लाभ

दरअसल पेपरलेस बिजली बिल के कई तरह के फायदे इसमें बिजली विभाग के कर्मचारियों को घर घर जाकर बिजली बिल नहीं देना पड़ेगा इसके साथ ही इन कर्मचारियों की समय की बचत होगी साथ ही पेपर वाले बिजली बिल में आने वाला खर्च भी बिजली विभाग का बचेगा इसके साथ ही जब कोई बिजली विभाग का कर्मचारी घर घर जाकर उपभोक्ताओं को बिजली बिल वितरित करता है वहां खर्चा भी बचेगा इसके साथ ही प्रिंटिंग में आने वाला खर्च भी कम होगा अनुमान लगाया जा रहा है पेपर लेस बिजली बिल की वजह से करीब 20 से 25 लाख रुपए बिजली विभाग का बचेगा